HP News: कुत्ते को सैर करवा रहे बाप-बेटे को रिटायर्ड पुलिसवाले ने मारी गोली, आरोपी गिरफ्तार, जानें पूरा मामला
पुलिस से रिटायर्ड एक शख्स ने अपने निजी बंदूक से कुत्ता टहला रहे बाप-बेटे पर गोली चलाई गई है. इलाज के दौरान बाप की मौत हो गई. गोलीकांड के पीछे इनका कोई पहले जमीनी विवाद बताया जा रहा है.
Bahraich Violence: राम गोपाल मिश्रा की हत्या के आरोपी सरफराज और तालिब का एनकाउंटर, UP पुलिस की बड़ी कार्रवाई
राम गोपाल मिश्रा हत्याकांड के मुख्य आरोपी सरफराज का यूपी पुलिस के द्वारा एनकाउंटर किया गया है. दोनों आरोपी नेपाल भागने की तैयारी कर रहे थे.
UP News: देवरिया में छात्राओं से छेड़खानी के आरोपियों का एनकाउंटर, जानें क्या है पूरा मामला
UP News: मुठभेड़ के दौरान दो बदमाशों के पैर में गोली लगी है.उन्हें इलाज के लिए देवरिया मेडिकल कॉलेज लाया गया है. आपको बताते चलें कि दो दिन पहले देवरिया जनपद के तरकुलवा थाना क्षेत्र के नारायणपुर रोड पर दो स्कूली छात्राओं से चार बदमाशों ने छेड़खानी की थी.
Maharashtra News: आदमखोर बेटे ने ली मां की जान, लिवर-किडन निकाल तवे पर गरम कर खाया, जानें ये दिल दहलाने वाला मामला
महाराष्ट्र में एक बेटे ने अपनी ही मां की हत्या कर उनके अंगों को पकाकर खा लिया. इस मामले में सुप्रीम ने दोषी को मौत की सजा सुनाई है.
Badlapur Encounter: 'इसे मुठभेड़ नहीं कह सकते...', आरोपी अक्षय की मौत को लेकर हाई कोर्ट की बड़ी टिप्पणी
जस्टिस पृथ्वीराज चव्हाण की तरफ से कहा गया कि 'जिस वक्त उसने पहला ट्रिगर दबाया था, दूसरे लोगों की पकड़ में वो आसानी से आ सकते थे. वो कोई बहुत बड़ा या बहुत ताकतवर शख्स नहीं था. इसे स्वीकार करना कठिन है. इसे मुठभेड़ नहीं माना जा सकता है.'
Crime News: कत्ल के 31 साल बाद पुलिस की गिरफ्त में आया आरोपी, जानें क्या है पूरा मामला
आरोपी का नाम दयाराम है, उसकी उम्र 60 साल की है, वो मूल रूप से भिदौरा गांव का रहने वाला है, जो कि यूपी के बांदा में स्थित है.
Jabalpur Double Murder: ढाई महीने बाद गिरफ्तार हुई नाबालिग लड़की, फ्रिज में बंद कर दी थी मासूम की लाश
Jabalpur Double Murder: इस मामले को लेकर नाबालिग लड़की का प्रेमी मुकुल सिंह मुख्य आरोपी है. हालांकि वो पुलिस की गिरफ्त से अब तक बाहर है.
Monsoon Session: 2 साल में UAPA के तहत कितने लोग हुए गिरफ्तार, कितने दोषी? ये है केंद्र का जवाब
केंद्र सरकार के मुताबिक साल 2018 से 2020 के बीच यूएपीए के तहत सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां उत्तर प्रदेश में हुई हैं. विपक्ष अक्सर इस एक्ट को सत्ता का हथियार बताता रहा है. इस एक्ट की वैधता पर भी सवाल उठते रहे हैं.