एसी की परफॉर्मेंस और बिजली की बचत उसके इंस्टॉलेशन की ऊंचाई पर निर्भर करती है. गलत ऊंचाई पर लगा एसी ना सिर्फ कमरे को ढंग से ठंडा नहीं कर पाता बल्कि बिजली का बिल भी बढ़ा सकता है. आइए जानते हैं कि एसी लगाने की सही ऊंचाई क्या होनी चाहिए और क्यों यह इतना जरूरी है.
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गर्मी का मौसम आते ही लोग एसी लगवाने की तैयारी में जुट जाते हैं. हम एसी खरीदते समय उसकी ब्रांडिंग, स्टार रेटिंग और कूलिंग कैपेसिटी पर तो ध्यान देते हैं, लेकिन एक जरूरी बात को अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं. एसी को कितनी ऊंचाई पर लगाया जाए. क्या आपको पता है कि एसी की परफॉर्मेंस और बिजली खपत दोनों इस बात पर निर्भर करते हैं कि उसे कहां और कितनी ऊंचाई पर इंस्टॉल किया गया है? गलत ऊंचाई पर लगा एसी ना सिर्फ कमरे को ढंग से ठंडा नहीं कर पाता बल्कि बिजली का बिल भी बढ़ा सकता है. आइए जानते हैं कि एसी लगाने की सही ऊंचाई क्या होनी चाहिए और क्यों यह इतना जरूरी है.
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लोगों को लगता है कि एसी कहीं भी लगवा दें, वो कमरे को ठंडा कर ही देगा. लेकिन सच्चाई यह है कि अगर एसी की इंडोर यूनिट सही ऊंचाई पर नहीं लगाई गई, तो उसकी कूलिंग क्षमता और एनर्जी एफिशिएंसी दोनों प्रभावित होती हैं. ज्यादा नीचे या बहुत ऊपर लगाई गई यूनिट से हवा ठीक तरह से कमरे में सर्कुलेट नहीं हो पाती. इससे एक तो ठंडक असमान रूप से फैलती है और दूसरा एसी को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे बिजली की खपत भी बढ़ जाती है.
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विशेषज्ञों की मानें तो स्प्लिट एसी की इंडोर यूनिट को फर्श से करीब 7 से 8 फीट यानी लगभग 2.1 से 2.4 मीटर की ऊंचाई पर लगाना सबसे सही रहता है. साथ ही यह भी ध्यान रखें कि एसी छत से 1 से 1.5 फीट नीचे होना चाहिए. यह ऊंचाई इसलिए उपयुक्त मानी जाती है क्योंकि इससे ठंडी हवा सही ढंग से पूरे कमरे में फैलती है और गर्म हवा ऊपर उठकर एसी के इनटेक तक आसानी से पहुंचती है.
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इस ऊंचाई का चयन करने के पीछे एक वैज्ञानिक कारण है, हवा का घनत्व. ठंडी हवा गर्म हवा की तुलना में भारी होती है, इसलिए जब एसी ठंडी हवा छोड़ता है तो वह नीचे की ओर गिरती है और गर्म हवा ऊपर की ओर जाती है. यह प्रक्रिया एक नेचुरल एयर सर्कुलेशन बनाती है जिससे कमरे में संतुलित और आरामदायक कूलिंग मिलती है. इससे ना सिर्फ तापमान एकसमान रहता है बल्कि एसी पर लोड भी कम होता है.
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सही ऊंचाई पर लगाया गया एसी बिजली की खपत को भी कम करता है क्योंकि उसे कमरे को ठंडा करने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती. इससे एसी जल्दी तय तापमान तक पहुंच जाता है और ऑटोमेटिक कट-ऑफ हो जाता है. साथ ही, कमरे के हर कोने तक ठंडक पहुंचती है जिससे ज्यादा आरामदायक अनुभव मिलता है. अगर आप नया एसी लगवाने जा रहे हैं, तो उसकी इंस्टॉलेशन हाइट जरूर जांचें ताकि गर्मी में राहत के साथ-साथ बिजली बिल में भी बचत हो.