डीएनए हिंदी: शनिवार को भारत के संकेत महादेव सरगर ने भारत को बर्मिंघम में पहला पदक दिलाया. उन्होंने वेटलिफ्टिंग की 55 किग्रा भारवर्ग में प्रतिस्पर्घा करते हुए कुल 245 किग्रा का भार उठाया और दूसरा स्थान हासिल किया. हालांकि इस दौरान वो चोटिल हो गए और क्लीन एंड जर्क में अंतिम दो प्रयास में चूक गए. लेकिन उन्होंने अपने पहल ही कोशिश में इतना भार उठा दिया था कि उनका पदक सुनिश्चित हो गया था. संकेत ने पदक तो जीत लिया लेकिन उन्हें देश लौटने के लिए अभी इंतज़ार करना होगा.
कौन हैं संकेत महादेव सरगर, जिन्होंने भारत को दिलाया CWG 2022 में पहला पदक
संकेत क्लीन एंड दर्क के दूसरे प्रयास में असहज दिखे थे और तीसरे प्रयास में वो अपनी कोहली चोटिल कर बैठे. उनके जज्बे ने भारत की पदकों का खाता तो खोल दिया लेकिन उनको तीन महिने के लिए एक्शन से दूर कर दिया है. संकेत उपचार के लिये ब्रिटेन में रुके रहेंगे. संकेत की कोहनी की चोट के इलाज के लिए ब्रिटेन में रुकने के लिए सरकार ने मंजूरी दे दी है. संकेत की चोट को ठीक होने में कम से कम तीन महीने का समय लगेगा. संकेत जब पदक वितरण समारोह में आए थे तो उनके दाहिने हाथ में पट्टियां बंधी थी.
Congratulations Sanket Mahadev Sargar for opening Team India’s account at the @birminghamcg22 with a 🥈 and a fabulous performance in the Men’s 55kg 🏋🏻♀️ . #ekindiateamindia #B2022 pic.twitter.com/jawkm4uGLj
— Team India (@WeAreTeamIndia) July 30, 2022
सरकार ने दी इंग्लैंड में इलाज कराने की अनुमति
टीम के सूत्रों ने पीटीआई से कहा, ‘‘संकेत के पास दो विकल्प थे. वापस भारत जाकर वहां उपचार कराना या फिर यहीं इलाज करवाना. शुरुआती परीक्षण के बाद हमें लगा कि ब्रिटेन में रुक कर ही इलाज कराना उचित रहेगा. हम कोहनी से जुड़े विशेषज्ञ से बात कर रहे हैं और सरकार ने उनके इलाज के लिए मंजूरी दे दी है.’’ महाराष्ट्र के 21 वर्षीय संकेत ने कुल 248 किग्रा (स्नैच में 113 और क्लीन एवं जर्क में 135 किग्रा) वजन उठाकर भारत के लिए पदक पहला जीता था.
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