Garuda Purana: हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण बेहद महत्वपूर्ण ग्रंथों में से एक है. इसमें भगवान विष्णु ने व्यक्ति के जन्म से लेकर उसकी मृत्यु और उसके बाद तक की क्रियाओं का बखान किया गया है. इस पुराण को पढ़कर ज्ञान की प्राप्ति होती है, लेकिन इसे मनुष्य की मृत्यु के 13 दिन के बीच पढ़ा जाता है. गरुड़ पुराण हिंदू धर्म के 18 महापुराणों में से एक है. इसमें व्यक्ति के जीवन से लेकर मृत्यु के बाद आत्मा से संबंधित कई रहस्यों के बारें में बताया गया है. इसमें बताया गया है कि कैसे व्यक्ति के शरीर को आत्मा त्यागती है. किन अंगों से मनुष्य के प्राण निकलते हैं. इसके अलावा कार्में का दंड किस तरह मिलता है. आइए जानते हैं कि शरीर को कैसे छोड़ती है आत्मा और कहां से व्यक्ति के प्राण निकलते हैं...

इन 9 द्वारों से निकलते हैं व्यक्ति के प्राण

गरुड़ पुराण के अनुसार, मनुष्य के शरीर में 9 द्वार होते हैं. जब भी व्यक्ति की मृत्यु होती है. तब व्यक्ति के प्राण इन्हीं नौ द्वारों से निकलते हैं. आत्मा शरीर को छोड़कर निकल जाती है. प्राण कैसे कब और किस द्वार से निकलेंगे. यह व्यक्ति कर्मों पर निर्भर करता है. इन सभी नौ द्वारों में से किसी से प्राणों का निकलना शुभ तो कुछ से अशुभ माना जाता है. वहीं वो नौ द्वार जहां से प्राण निकलते हैं. उनमें व्यक्ति की दोनों आंखों से लेकर कान, नासिकाएं, मुंह और शरीर के दोनों उत्सर्जन अंग हैं. 

नाक से प्राणों का निकलना

गरुड़ पुराण के अनुसार, नाक से प्राण निकलना बेहद शुभ माना जाता है. जो लोग अपना पूरा जीवन भगवान की भक्ति में समर्पित कर देते हैं. मन के सच्चे होते हैं. ऐसे लोगों के प्राण नाक के रास्ते बाहर निकलते हैं और आत्मा शरीर को छोड़कर चली जाती है. 

मुंह से प्राणों का निकलना

मुंह से प्राणों का निकलना भी शभ माना जाता है. गरुड़ पुराण के अनुसार, जो भी व्यक्ति जीवन भर धर्म के रास्ते पर चलता है. उसके प्राण मुंह से निकलते हैं. यह बेहद शुभ माना जाता है. ऐसे लोगों को सीधे स्वर्ग में जगह मिलती है. 

आंखों से प्राणों का निकलना

व्यक्ति की आंखों प्राणों का निकलना बेहद कष्ट कारी होती है. इसमें व्यक्ति की आंखें मृत्यु के समय पलट जाती है. गरुड़ पुराण में बताया गया है कि जो लोग मोह माया से ग्रसित होते हैं. ऐसे लोगों के यमदूत बलपूर्वक उनके प्राण निकालते हैं. इससे उनकी आंखे पलट जाती हैं. 

मल या मूत्र से प्राणों का निकलना अशुभ

गरुड़ पुराण के अनुसार, व्यक्ति के मल या मूत्र के स्थानों से प्राणों का निकलना अशुभ माना जाता है. ऐसे व्यक्ति को स्वार्थी, लालची और उम्र भर काम वासना में लीन रहने वाला माना जाता है. गरुड़ पुराण के अनुसार मृत्यु का समय आने पर ऐसे मनुष्य यमदूतों को देखकर डर जाते हैं. इससे उनके प्राण नीचे की ओर खिसकने लगते हैं. प्राण मल या मूत्र के द्वार से निकल जाते हैं. 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. ये जानकारी सामान्य रीतियों और मान्यताओं पर आधारित है.)   

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Garuda Purana how the soul leaves the body which organs the life of a human being leaves garuda purana se jane kin aango se nikalte hai praan
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गरुड़ पुराण में जानें शरीर का त्याग कैसे करती है आत्मा, किन अंगों से निकलते हैं
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गरुड़ पुराण में जानें शरीर का त्याग कैसे करती है आत्मा, किन अंगों से निकलते हैं मनुष्य के प्राण

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