Garuda Puran: व्यक्ति को दिखने वाली ये चीजें देती हैं जल्द मौत का संकेत, गरुड़ पुराण में किया गया है इसका जिक्र

विष्णु पुराण में व्यक्ति के जन्म से लेकर मृत्यु के बाद तक की क्रिया और जन्म के बारें में विस्तार से लिखा गया है. मान्यता है की मृत्यु के बाद पूरे 13 दिनों तक गरुण पुराण का पाठ जरूर कराना चाहिए. 

Bad Habits Impact Age: जीवन की ये 5 गलतियां कर देती हैं उम्र को कम

हर कोई लंबी उम्र पाना चाहता है. इसके लिए बेहतरीन खानपान चुनने से लेकर वर्कआउट करता है, लेकिन गरुड़ पुराण में इसके अलावा भी कई ऐसी बातें बताई हैं, जिनपर ध्यान न देने से व्यक्ति की आयु कम हो जाती है. 

Garuda Purana: बर्बादी की तरफ धकेलती हैं ये 5 आदतें, तंगहाली और कंगाली में कटता है जीवन

गरुड़ पुराण विष्णु पुराण का ही एक हिस्सा है, जिसे किसी भी व्यक्ति की मौत के बाद ही पढ़ा जाता है. इसमें बताया गया है कि वह कौन से कर्म और आदतें हैं, जिनकी वजह से व्यक्ति को जीवन में दर्द और दुख झेलने पड़ता है. उसका अच्छा खासा जीवन बर्बाद हो जाता है.

Garuda Purana Significance: पितृपक्ष के दौरान ही पढ़ना चाहिए गरुड़ पुराण? जानिए इससे जुड़ी ये जरूरी बात

Garuda Purana Significance: किसी परिजन की मृत्यु के बाद या पितृपक्ष के दौरान गरुड़ पुराण का पाठ करना शुभ माना जाता है. आम दिनों में इसका पाठ करना चाहिए या नहीं, यहां जानिए इसके बारे में...

Garuda Purana Niyam: गरुड़ पुराण में बताए गए ये 5 काम करते ही दूर हो जाएंगी बाधाएं, पॉजिटिव एनर्जी से भरा रहेगा मन

गरुड़ पुराण को सद्गति और मोक्ष प्रदान करने वाला ग्रंथ माना गया है. गरुड़ पुराण किसी भी व्यक्ति के उत्थन की प्रेरणा देता है. इसमें बताई गई बातें जीवन में उतारने से व्यक्ति के सभी दुखों का नाश हो जाता है.

Garuda Purana: पाप नहीं, महापाप की श्रेणी में आते हैं ये काम, इस महापुराण में लिखी है इसकी सजा

Garuda Purana: गरुड़ पुराण में मृत्यु के बाद की गतिविधियों का जिक्र मिलता है, यहां जानिए इसके बारे में..