भारत सरकार ने तिरुवनंतपुरम में लिक्विड प्रोपल्शन सिस्टम्स सेंटर (एलपीएससी) के वर्तमान निदेशक डॉ. वी. नारायणन को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का नया अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग का सचिव नियुक्त किया है. यह नियुक्ति 14 जनवरी 2024 से प्रभावी होगी और वे डॉ. एस. सोमनाथ की जगह लेंगे. इसरो से लगभग चार दशकों से जुड़े अनुभवी वैज्ञानिक डॉ. नारायणन ने भारत की स्पेस रिसर्च क्षमताओं को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
यह भी पढ़ें- आजकल कहां पोस्टेड हैं UPSC टॉपर IAS श्रुति शर्मा? 1 नंबर से इंटरव्यू में चूकी लड़की कैसे बनी टॉपर
इस टेक्नोलॉजी में एक्सपर्ट हैं डॉ. नारायणन
उन्होंने PSLV और भारत के सबसे शक्तिशाली रॉकेट LVM3 सहित कई लॉन्चिंग व्हीकल्स के लिए खास तकनीक को विकसित करने में अहम भूमिका निभाई है. उनकी विशेषज्ञता क्रायोजेनिक प्रोपल्शन सिस्टम में है, जो बड़े अंतरिक्ष मिशनों के लिए एक जरूरी तकनीक है. डॉ. नारायणन ने भारत के स्वदेशी क्रायोजेनिक इंजनों के विकास का नेतृत्व कर कई चुनौतियों को हल किया और भारत को इस उन्नत तकनीक से सुसज्जित कुछ देशों में से एक बना दिया. उनके नेतृत्व में एलपीएससी नेक्स्ट जनरेशन लॉन्चव्हीकल (एनजीएलवी) के विकास में अग्रणी रहा है. यह एक बेहद शक्तिशाली रॉकेट है जो संभावित स्पेस स्टेशन और मून मिशनों सहित भविष्य के कई मिशनों के लिए महत्वपूर्ण है.
यह भी पढ़ें- बंगाल की वो लड़की जो बनीं भारत की पहली महिला डॉक्टर, हमसफर ने यूं दिया सफर में साथ
IIT से पढ़े हैं डॉ. नारायणन
आईआईटी खड़गपुर से क्रायोजेनिक इंजीनियरिंग में एम.टेक (1989): इस डिग्री से उन्हें रॉकेट प्रोपल्शन के लिए जरूरी लो टेम्परेचर टेक्नोलॉजी की गहरी समझ हासिल करने में मदद मिली.
एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में पीएच.डी. (2001): इस डिग्री ने उनकी नॉलेज को और बढ़ाया और उन्हें एयरोस्पेस सिद्धांतों और अंतरिक्ष मिशनों में उनके इस्तेमाल की व्यापक समझ विकसित करने में मदद की.
यह भी पढ़ें- नोएडा की इस लड़की को अमेरिकन कंपनी से मिला ₹1.8 करोड़ का पैकेज, खुशी से झूम उठा परिवार
डॉ. नारायणन की उपलब्धियां हैं बेहद खास
-एम.टेक में प्रथम रैंक पाने के लिए आईआईटी खड़गपुर से सिल्वर मेडल
-एस्ट्रोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (एएसआई) से गोल्ड मेडल
-रॉकेट और उससे संबंधित प्रौद्योगिकियों के लिए एएसआई पुरस्कार
-हाई एनर्जी मैटेरियल्स सोसाइटी ऑफ इंडिया से टीम पुरस्कार
-इसरो का उत्कृष्ट उपलब्धि और प्रदर्शन उत्कृष्टता पुरस्कार
-इसरो का टीम उत्कृष्टता पुरस्कार
-सत्यभामा यूनिवर्सिटी, चेन्नई से डॉक्टर ऑफ साइंस की मानद उपाधि
-आईआईटी खड़गपुर द्वारा प्रतिष्ठित पूर्व छात्र पुरस्कार-2018
-इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया) के राष्ट्रीय डिजाइन एवं अनुसंधान फोरम की ओर से राष्ट्रीय डिजाइन पुरस्कार-2019
-एयरोनॉटिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (एईएसआई) की ओर से नेशनल एयरोनॉटिकल प्राइज़-2019
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments
कितने पढ़े-लिखे हैं ISRO के नए चीफ डॉ. वी नारायणन? अचीवमेंट्स जान रह जाएंगे हैरान