आजकल ई-सिगरेट का चलन तेजी से बढ़ रहा है. ई-सिगरेट, जिसे वेप्स के नाम से भी जाना जाता है, पारंपरिक सिगरेट के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल की जाती है और इसे कम हानिकारक माना जाता है. हालांकि, हाल ही में हुए अध्ययनों से पता चलता है कि ई-सिगरेट की लत पारंपरिक सिगरेट की लत जितनी ही गंभीर और हानिकारक हो सकती है, तो आइए यहां जानते हैं कि ई-सिगरेट पीने के क्या नुकसान हैं और इससे कैसे बचा जा सकता है.

ई-सिगरेट के नुकसान

  • ई-सिगरेट में निकोटीन होता है,  जो एक बेहद नशीला पदार्थ है. एक बार जब कोई व्यक्ति निकोटीन की लत का शिकार हो जाता है, तो उससे छुटकारा पाना बहुत मुश्किल होता है.

 

  • ई-सिगरेट के धुएं में कई हानिकारक रसायन होते हैं, जिनमें भारी धातुएं, कार्सिनोजेन्स और फ्लेवरिंग एजेंट शामिल हैं.  ये रसायन फेफड़ों, दिल और अन्य अंगों को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
     
  • ई-सिगरेट के धुएं में कई हानिकारक रसायन होते हैं जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं. इनमें से कुछ रसायन पारंपरिक सिगरेट में भी पाए जाते हैं, जबकि कुछ अन्य ई-सिगरेट में ही पाए जाते हैं. ई-सिगरेट के उपयोग से फेफड़ों की बीमारियां जैसे कि क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD) और ब्रोंकाइटिस का खतरा बढ़ जाता है.
     
  • ई-सिगरेट के धुएं में कई हानिकारक रसायन होते हैं जो फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं. इनमें से कुछ रसायन पारंपरिक सिगरेट में भी पाए जाते हैं, जबकि अन्य केवल ई-सिगरेट में पाए जाते हैं. ई-सिगरेट के इस्तेमाल से फेफड़ों की बीमारियों जैसे क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज और ब्रोंकाइटिस का खतरा बढ़ जाता है.
     
  • ई-सिगरेट में मौजूद रसायन दिल को नुकसान पहुंचा सकते हैं और हृदय रोग का जोखिम बढ़ा सकते हैं. ई-सिगरेट में निकोटीन भी होता है, जो दिल की धड़कन को बढ़ाता है, ब्लड प्रेशर को बढ़ाता है और ब्लड वेसल्स को संकरा करता है.
     
  • कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि ई-सिगरेट केके लंबे समय तक इस्तेमाल से कैंसर का खतरा भी बढ़ सकता है.
     
  • बच्चों और युवाओं में ई-सिगरेट के इस्तेमाल से मस्तिष्क का विकास प्रभावित हो सकता है और उन्हें अन्य नशे की लतों की ओर ले जा सकता है.

 


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ई-सिगरेट से कैसे बचाव करें

जागरूकता फैलाएं
अपने आस-पास के लोगों को ई-सिगरेट के नुकसानों के बारे में बताएं. स्कूलों, कॉलेजों और समुदायों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें.

कानूनों का समर्थन करें
ई-सिगरेट के उपयोग को नियंत्रित करने वाले कानूनों का समर्थन करें. जैसे, सार्वजनिक स्थानों पर ई-सिगरेट के उपयोग पर प्रतिबंध लगाना, बच्चों को ई-सिगरेट की बिक्री पर प्रतिबंध लगाना आदि.

स्वस्थ विकल्प चुनें
जब आपको धूम्रपान करने की इच्छा हो, तो इसके बजाय कोई स्वस्थ विकल्प चुनें, जैसे व्यायाम करना, गहरी सांस लेना, या कोई नया शौक विकसित करना.

मदद लें
अगर आप ई-सिगरेट की लत से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो डॉक्टर या काउंसलर से मदद लें. वे आपको लत छोड़ने में मदद करने के लिए उपचार और सलाह दे सकते हैं.

तनाव 
तनाव ई-सिगरेट के इस्तेमाल का एक बड़ा कारण है. तनाव को कम करने के लिए योग, ध्यान या व्यायाम जैसी गतिविधियां अपनाएं.

 (Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.) 

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लोगों में बढ़ रही ई-सिगरेट की लत, जानें इसके नुकसान और बचने के उपाय
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Health Tips: लोगों में बढ़ रही ई-सिगरेट की लत, जानें इसके नुकसान और बचने के उपाय

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