शरीर को स्वस्थ और सक्रिय बनाए रखने के लिए अन्य पोषक तत्वों के साथ-साथ प्रोटीन की भी आवश्यकता होती है. इसकी कमी से शरीर में थकान, कमजोरी, बालों का झड़ना, कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता, अधिक भूख लगना, शुष्क त्वचा आदि लक्षण लगातार दिखाई देते हैं. शाकाहारियों में प्रोटीन की कमी होने की संभावना अधिक होती है. क्योंकि मांस प्रोटीन का सबसे अच्छा स्रोत माना जाता है. ऐसे में शाकाहारियों के लिए एक बड़ी समस्या ये होती है कि प्रोटीन के लिए कितना दाल या पनीर खाएं? लेकिन आज आपको एक ऐसे गुड प्रोटीन सोर्स के बारे में बताने जा रहे हैं जो न केवल स्वाद में पनीर या मटन-चिकन से अच्छा है बल्कि वेज प्रोटीन का पावर हाउस भी है.
100 ग्राम टोफू में कितना होता है प्रोटीन
हम यहां बात टोफू की कर रहे हैं. टोफू सोया दूध से बनाया जाता है. और 100 ग्राम टोफू में लगभग आठ ग्राम प्रोटीन होता है. इसके अलावा, 100 ग्राम टोफू में केवल 65 कैलोरी होती है. टोफू में मौजूद सूक्ष्म पोषक तत्वों की बात करें तो 100 ग्राम टोफू में लगभग 7 मिलीग्राम सोडियम, 121 मिलीग्राम पोटेशियम और 0.3 ग्राम फाइबर होता है. इसके साथ ही इसमें लगभग 35 प्रतिशत कैल्शियम, 30 प्रतिशत आयरन और 7 प्रतिशत मैग्नीशियम होता है.
क्या है टोफू
टोफू सोयाबीन से बनता है. इसे सेम दही या सोयाबीन दही कहा जाता है. टोफू में उच्च मात्रा में प्रोटीन और उच्च मात्रा में कैल्शियम और आयरन होता है. टोफू का स्वाद सब्जी के रूप में बहुत अच्छा होता है, इसके अलावा टोफू का उपयोग सलाद और अन्य व्यंजनों में भी किया जाता है. टोफू प्रोटीन का बहुत अच्छा स्रोत है
टोफू प्रोटीन का बेस्ट सोर्स है
- टोफू का नियमित सेवन हृदय के लिए फायदेमंद है. यह रक्त वाहिकाओं को स्वस्थ रखने में मदद करता है और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है.
- टोफू कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी से बचाव में भी फायदेमंद माना जाता है. इसके एंटीऑक्सीडेंट गुण शरीर में कैंसर कोशिकाओं के विकास को रोकने में मदद करते हैं.
- टोफू का सेवन वजन नियंत्रण में भी सहायक होता है. इसकी कम कैलोरी सामग्री और उच्च प्रोटीन इसे वजन घटाने के लिए एक आदर्श विकल्प बनाता है.
- टोफू हड्डियों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में उपयोगी है, जिससे ऑस्टियोपोरोसिस जैसी समस्याओं का खतरा कम होता है.
- टोफू के अन्य लाभों में पाचन तंत्र में सुधार और मस्तिष्क स्वास्थ्य में सुधार शामिल है. इसमें मौजूद फाइबर पाचन में सुधार करता है, जबकि इसमें मौजूद पोषक तत्व मस्तिष्क की कार्यप्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करते हैं.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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