सर्दियों का मौसम आते ही कई लोगों को जोड़ों में दर्द की समस्या होने लगती है. इसका मुख्य कारण यूरिक एसिड का बढ़ना है. यूरिक एसिड शरीर में प्यूरीन नामक पदार्थ के टूटने पर बनता है.यह आमतौर पर पेशाब के जरिए किडनी से बाहर निकल जाता है. लेकिन जब किडनी सही तरीके से काम नहीं करती या फिर शरीर में प्यूरीन की मात्रा बढ़ जाती है तो यूरिक एसिड खून में जमा हो जाता है और गठिया जैसी गंभीर बीमारियों को जन्म देता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में एक देसी चीज काफी कारगर है. आज हम बात कर रहे हैं पहाड़ी लहसुन की. पहाड़ी लहसुन जिसे हिमालयन लहसुन या कश्मीरी लहसुन भी कहते हैं, अपने औषधीय गुणों के लिए जाना जाता है. आइए यहां जानते हैं पहाड़ी लहसुन यूरिक एसिड में किस तरह फायदेमंद है और इसका सेवन कैसे करना चाहिए.

पहाड़ी लहसुन के फायदे

  • पहाड़ी लहसुन में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर में फ्री रेडिकल्स से लड़ते हैं और ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करते हैं. यह यूरिक एसिड क्रिस्टल के बनने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है.
     
  • पहाड़ी लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो जोड़ों में सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं. यह गठिया के कारण होने वाले दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है.
     
  • पहाड़ी लहसुन में भरपूर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत करते हैं. इसमें एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल और एंटीफंगल गुण होते हैं जो कई प्रकार के संक्रमणों से लड़ने में मदद करते हैं.
     
  • पहाड़ी लहसुन पाचन एंजाइमों के उत्पादन को बढ़ाकर पाचन में सुधार करता है. यह पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है और कब्ज और गैस जैसी समस्याओं को कम करता है.
     
  • पहाड़ी लहसुन में मौजूद कुछ तत्व कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकने और उन्हें नष्ट करने में मदद कर सकते हैं. पहाड़ी लहसुन के नियमित सेवन से पेट, कोलन और फेफड़ों के कैंसर जैसे कुछ प्रकार के कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है.
     
  • पहाड़ी लहसुन में एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो त्वचा के संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं. यह त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाने में मदद करता है.

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पहाड़ी लहसुन का सेवन कैसे करें? 

  • पहाड़ी लहसुन की कलियों को आप सीधे चबाकर भी खा सकते हैं. इसके लिए आप सुबह खाली पेट लहसुन की एक या दो कलियां चबा सकते हैं.
  • आप पहाड़ी लहसुन को बारीक काटकर सलाद में डाल सकते हैं. इससे न सिर्फ सलाद का स्वाद बढ़ेगा बल्कि आपको लहसुन के पोषक तत्व भी मिलेंगे.
  • पहाड़ी लहसुन को आप सब्जियों के साथ पका सकते हैं. आप इसे दाल, सब्ज़ी या करी में डाल सकते हैं.
  • आप पहाड़ी लहसुन की चटनी बनाकर रोटी या पराठे के साथ खा सकते हैं.
  • आप पहाड़ी लहसुन का तेल बनाकर उसका सेवन कर सकते हैं. आप इस तेल को सलाद में मिला सकते हैं या अन्य व्यंजनों में इसका इस्तेमाल कर सकते हैं.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)

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बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल कर देगी ये देसी चीज, आज ही डाइट में करें शामिल
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बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल कर देगी ये देसी चीज, आज ही डाइट में करें शामिल

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