डीएनए हिंदीः खाना पकाने के लिए घरों में कई तरह के तेल का यूज होता है. भारतीय घरों में अमूमन सबसे ज्यादा यूज होने वाले तेल स्वास्थ्य के लिहाज से सही नहीं माने गए हैं. इनमें से कुछ तेल जिन्हें हम रोज हेल्दी समझ के खा रहे हैं वो भी दिल लेकर डायबिटीज और यूरिक एसिड से लेकर ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल तक के लिए खतरनाक हैं और तो और कुछ कैंसर तक का कारण बन रहे हैं.
क्या आप जानते हैं कि जिस कुकिंग ऑयल का इस्तेमाल आप सब्जियों के समोसे, समोसे और अन्य व्यंजन बनाने में करते हैं, वह आपके शरीर पर धीमे जहर की तरह असर करता है. आपके द्वारा चुना गया खाना पकाने का तेल आपके स्वास्थ्य पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है. खराब कुकिंग ऑयल खाने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ जाता है और दिल की बीमारियों का खतरा दोगुना हो जाता है. अस्वास्थ्यकर खाद्य तेलों के सेवन से भी वजन बढ़ने का खतरे से लेकर डायबिटीज, ब्लड प्रेशर जैसे कई अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ा देता है. आज हम आपको ऐसे 5 खाद्य तेलों के बारे में बताते हैं जो हमारी सेहत के लिए सही नहीं माने गए हैं. आइए जानें कौन से हैं वो खाद्य तेल जो हमें मौत के करीब लाते हैं.
ताड़ का तेल दिल के लिए खतरनाक
पाम तेल वसा से भरपूर होता है, जिसकी अधिक मात्रा खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकती है और हृदय रोगों के खतरे को बढ़ा सकती है. पाम तेल के अधिक सेवन से तेजी से वजन बढ़ता है और मोटापा अनियंत्रित होता है. मोटापा बढ़ने से व्यक्ति मधुमेह और उच्च रक्त शर्करा जैसी पुरानी बीमारियों का शिकार हो जाता है.
मक्के के तेल से परहेज
वनस्पति तेल की तरह, मक्के के तेल में भी उच्च स्तर का ओमेगा-6 फैटी एसिड होता है. बहुत अधिक ओमेगा-6 फैटी एसिड खाने से शरीर में सूजन हो सकती है. अपने ओमेगा-6 सेवन को संतुलित करने के लिए, अपने आहार में ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें. मक्के के तेल का सेवन सीमित करें अन्यथा इससे मोटापा, कैंसर का खतरा जैसी स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं.
सोयाबीन का तेल भी सेहत के लिए नहीं अच्छा
प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में सोयाबीन तेल सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला खाद्य तेल है. यह तेल ओमेगा-6 फैटी एसिड का स्रोत है. कई अध्ययनों से पता चला है कि सोयाबीन तेल का सेवन करने से मोटापा, मधुमेह, ऑटिज्म, अल्जाइमर और अवसाद जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है. इस तेल में मौजूद संतृप्त वसा शरीर के लिए हानिकारक है.
सूरजमुखी का तेल
सूरजमुखी का तेल अस्वास्थ्यकर है क्योंकि इसमें ओमेगा-6 फैटी एसिड का उच्च स्तर भी होता है. हेल्थकेयर जर्नल के 2017 के शोध के अनुसार ये फैटी एसिड शरीर में सूजन पैदा कर सकते हैं, जिससे हृदय रोग और कैंसर जैसी स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. सूरजमुखी तेल के अस्वास्थ्यकर होने का एक और कारण यह है कि गर्मी के संपर्क में आने पर यह अन्य पौधे-आधारित खाना पकाने के तेलों की तुलना में उच्च स्तर के एल्डिहाइड पैदा करता है. एल्डिहाइड वास्तव में जहरीले पदार्थ हैं जो किसी को कई स्वास्थ्य जोखिमों के प्रति संवेदनशील बना सकते हैं
नारियल का तेल
नारियल के तेल में मध्यम-श्रृंखला फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में होते हैं, जिन्हें शरीर के लिए संग्रहीत लिपिड में परिवर्तित करना अधिक कठिन होता है, जनवरी 2020 में जर्नल सर्कुलेशन में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार नारियल का तेल आपके एलडीएल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है, जो आपके दिल के लिए बुरी खबर है.
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आपके किचन में तो नहीं हैं ये 5 तेल? कोलेस्ट्रॉल से लेकर ब्लड प्रेशर- कैंसर तक का बढ़ेगा खतरा