डीएनए हिंदी: थक कर सोने पर कुछ लोगों को खर्राटे आते हैं यह आम समस्या है, लेकिन बहुत से लोगों को बिना किसी थकान के भी सोते ही खर्राटे आने लगते थे. ऐसे में खर्राटों को नजर अंदाज नहीं करना चाहिए. यह एक स्लीप डिसऑर्डर है. यह खर्राटे कैंसर जैसी गंभीर का खतरा है.
एक स्टडी के अनुसार, खर्राटे लेने वालों में कैंसर का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है. यह एक स्लीप डिसऑर्डर है, इसे ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया भी कहा जाता है. रिसर्च के अनुसार, स्लीप डिसऑर्डर से पीड़ित लोगों को नसों में रक्त के थक्कों के विकसित होने ज्यादा खतरा रहता है. यह संभावित रूप से जीवन के लिए बहुत ही खतरनाक है.
अक्सर इन वजहों से आते हैं खर्राटे
-शराब के सेवन करने से.
-बढ़ा हुआ टॉन्सिल और एडेनोइड्स
-नाक से संबंधित बीमारी
-नींद पूरी न होने पर
-मोटापे की वजह
-सर्दी की वजह और
-एलर्जी के चलते
इन तरीकों से बंद कर सकते हैं खर्राटे
पेपरमिंट ऑयल का सही इस्तेमाल
आप भी खर्राटे आने से परेशान हैं तो इस से राहत पाने के कई उपाय हैं. पेपरमिंट ऑयल का सही इस्तेमाल खर्राटे को बंद कर सकता है. नाक और श्वसन पथ को साफ करने में मदद कर सकता है. साथ ही यह हल्के स्लीप एपनिया से संबंधित लक्षणों को कम करने में मदद करता है. पेपरमिंट ऑयल की कुछ बूंदों को पानी के साथ मिलाकर सोने से पहले गरारे कर लें. इस से आपके खर्राटे की समस्या खत्म हो सकती है.
काली मिर्च का सेवन भी फायदेमंद
खर्राटों की समस्या से मुक्ती दिलाने के लिए काली मिर्च का सेवन भी असरकारक है. यह काली मिर्च, इलायची, जीरा और दालचीनी को बराबर मात्रा में मिलाकर बारीक पीस लें. इसका पाउडर बनाकर सूंघने से राहत मिल सकती है.
ऑलिव ऑयल के इस्तेमाल से होता है फायदा
ऑलिव ऑयल की कुछ बूंद को पीने से खर्राटे आने की समस्या में राहत मिलती है. यह तेल नाक में आने से वाली स्वस नली को चिकना कर देती है, जिसे रुकावट कम होती है और खर्राटे आने बंद हो जाते हैं.
अजवाइन के बीज से भी खर्राटे का कर सकते हैं उपचार
खर्राटों में अजवाइन भी बहुत ही कारगार है. यह अजवाइन के बीजों को पीसकर कपड़े में बांधकर सूंघने से खर्राटे की समस्या खत्म हो जाती है. इसको पानी में डालकर उसकी भाप लेने से भी बहुत फायदा मिलता है.
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Snoring Alert: खर्राटे सिर्फ स्लीप एप्निया ही नहीं, कैंसर का भी है संकेत, जान लें और भी कारण