डीएनए हिंदी: पीरियड्स की समस्याओं से हर महीने सभी स्त्रियों को गुजरना पड़ता है. ये वे मुश्किल वक्त होता है, जब वह अपनी तकलीफ किसी से बया तो नहीं कर पाती है, लेकिन कई तरह की परेशानियों से अंदर ही अंदर जूझती रहती हैं. पीरियड्स एक ऐसी अवस्था है, जिसके आने से भी समस्याएं है और न आने से तो उससे भी ज्यादा समस्याएं हो जाती है. महिलाओं को इस दौरान कई सारी तकलीफें होती हैं, जैसे पीरियड्स क्रैम्प्स, मूड स्विंग, इर्रिटेशन, ब्लॉटिंग, गुस्सा, बॉडी पेन. इसके अलावा भी ब्रेस्ट पेन की एक ऐसी समस्या है, जो बहुत ही खतरनाक है. हालांकि यह समस्या कुछ ही महिलाओं में होती है.
कैम्प्स बराबर हार्ट अटैक
पीरियड्स क्रैम्प के बारे में डॉक्टरों का यह कहना है कि, इस दौरान एक महिला को उतना ही दर्द होता है, जितना हार्ट अटैक के दौरान होता है. इससे आप भी अंदाजा लगा सकते है कि यह दर्द कितना भयंकर होता होगा.
पीरियड्स के दौरान ब्रेस्ट में दर्द
महिलाओं की पीरियड्स प्रॉब्लम यही पर खत्म नहीं होती. कुछ महिलाओं को पीरियड्स के दौरान एक और समस्या से गुजरना पड़ता है, वह है ब्रेस्ट में दर्द होना. दरअसल कई महिलाओं को पीरियड्स शुरू होने से पहले ब्रेस्ट में तेज दर्द होने लगता है. कई बार यह दर्द समय के साथ ठीक होने लगता है, लेकिन कुछ महिलाओं के लिए घातक बन जाता है.
क्यों होता है ब्रेस्ट में दर्द
बहुत सी लड़कियों को पीरियड्स शुरू होने से पहले उनके ब्रेस्ट में दर्द होने लगता है. दर्द हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन की कमी के कारण होता है, यह लड़की के पीरियड्स साइकल के लिए जिम्मेदार होते हैं. हार्मोनल के असंतुलन के कारण शरीर में लगातार सेक्सुअल हार्मोन्स का उतार-चढ़ाव बना रहता है. यही वजह है कि ब्रेस्ट में दर्द और स्वेलिंग हो आ जाती है. कुछ लड़कियों में यह समस्या उम्र के साथ कम हो जाती है, लेकिन ऐसा हर किसी के साथ नहीं होता है. कुछ महिलाओं के ब्रेस्ट में तब तक दर्द बना रहता है. जब तक उन्हें पीरियड्स होते हैं.
क्या आप भी इस समस्या से गुजर रही हैं ?
अगर आपको भी पीरियड्स शुरू होने के दौरान ब्रेस्ट में दर्द होता है तो और यह उसके साथ ही खत्म हो जाता है तो सही है, लेकिन परीरियड्स के खत्म होने के बाद भी यह दर्द बना रहता है तो यह एक गंभीर बीमारी का लक्षण हो सकता है. लंबे समय तक होने वाले दर्द को फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट डिजीज कहा जाता है. इस पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लें.
क्या है फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट डिजीज
फाइब्रोसिस्टिक ब्रेस्ट डिजीज महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण हो सकते हैं. पीरियड्स के करीब 10 से 15 दिनों बाद तक भी इसके रहने से अलर्ट हो जाए. इसके लिए डॉक्टर का परामर्श जरूर लें.
अपनी डाइट में लाएं बदलाव
अगर आप पीरियड्स की तमाम समस्याओं से परेशान हैं तो अपनी डाइट में बदलाव कर लें. ऐसा कर कुछ हद तक आप इस दर्द पर काबू पा सकती हैं. डाइट में नमक, चीनी, कैफीन और डेयरी उत्पादों का सेवन कम करने से मदद मिल सकती है. बेहतर होगा अगर आप एक अच्छे बैलेंस डाइट को अपने आहार में शामिल करें.
कॉफी से छोड़ दे दोस्ती
इस दौरान आप कॉफी का सेवन बंद कर दें तो यह आपके लिए मददगार साबित हो सकता हैं. क्योंकि कैफीन प्री मेंस्ट्रुअल सिंड्रोम की समस्या को बढ़ा देता है. अगर आप अपने डाइट में सुधार कर लेती हैं तो पीरियड्स के दौरान होने वाली समस्या कम हो जाएंगी. यहां तक की पीरियड्स के दौरान होने वाली चिड़चिड़ाहट से भी छुटकारा मिलेगा.
करें नियमित व्यायाम
नियमित व्यायाम भी पीरियड्स के दौरान होने वाले ब्रेस्ट के दर्द को कम करने में मदद कर सकता है. जाहिर है, जब आपके ब्रेस्ट में दर्द हो रहा हो तो कुछ प्रकार के व्यायाम (जैसे दौड़ना) चीजों को और खराब कर सकते हैं. ऐसे में सिर्फ वॉक करना ही बेहतर होगा.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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पीरियड से पहले होता है ब्रेस्ट पेन, जानें किस गंभीर बीमारी के हैं लक्षण