डीएनए हिंदी: (Mango Kernel Powder Benefits) गर्मियों का मौसम आते ही मार्केट में आम की धूम मच जाती है. इसकी वजह रस से भरे फलों के राजा आम का बेहद स्वादिष्ट होना है. इसके साथ ही यह औषधीय गुणों से भी भरपूर है. आम का सीजन आते ही लोग इसे नाश्ते से लेकर रात के डिनर तक में खाते हैं. वहीं आम के साथ ही इसकी गुठलियां भी बेहद फायदेमंद होती है. ये दर्जनों पोषक तत्वों से भरपूर होती है. आम और उसकी गुठली कई गंभीर बीमारियों को जड़ से खत्म कर देती है.
आम और गुठली में मौजूद हैं ये पोषक तत्व
फलों का राजा आम स्वाद के साथ ही पोषक तत्वों से भरपूर है. यह कैंसर, ब्लड प्रेशर, मोटापा, कोलेस्टॉल जैसी गंभीर बीमारियों के खतरे को कम कर देता है. आम और उसकी गुठली में आयरन, कॉपर, सोडियम, जिंक, पोटैशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. यही वजह है आयुर्वेद में आम की गुठली को बहुत ही गुणकारी माना गया है. इसको सही तरह से खाने पर डायरिया से लेकर पाइल्स
व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या जड़ से खत्म हो जाती है. यह बालों के लिए भी लाभकारी होती हैं. आइए जानते हैं इसके फायदे और खाने का तरीका...
डायरिया में है लाभकारी
आयुर्वेद की मानें तो आम की गुठली किसी जड़ी बूटी से कम नहीं है. डायरिया की बीमारी में आम खाना फायदेमंद होता है. आम की गुठली का चूर्ण बनाकर खाने से डायरिया की समस्या खत्म हो जाती है.
व्हाइट डिस्चार्ज में फायदेमंद (Beneficial In White Discharge)
व्हाइट डिस्चार्ज महिलाओं में होने वाली आम समस्या हैं. ज्यादातर महिलाएं इस समस्या से ग्रस्त होती है. आयुर्वेद में इस समस्या से निपटने के लिए आम की गुठली को बेहद कारगार माना गया है. इसे इस्तेमाल करने के लिए सबसे पहले गुठली को सुखाकर उसका चूर्ण बना लें. अब एक चम्मच गुठली का चूर्ण का नियमित रूप से दिन में दो बार सेवन करें. इसे व्हाइट डिस्चार्ज की समस्या जड़ से खत्म हो जाएगी.
बवासीर की समस्या भी हो जाएगी खत्म (Beneficial in Piles Problem)
आम की गुठली का चूर्ण बवासीर में बहुत ही फायदेमंद है. बवासीर की समस्या से छुटकारा पाने के लिए हर दिन गुठली का चूर्ण एक चम्मच पानी के साथ लें. इसे नियमित रूप से ऐसा करने पर कुछ ही दिन में बवासीन खत्थ्म हो जाएगी.
ऐसे बनाएं आम की गुठली का चूर्ण (How to Make Mango Kernel Powder)
आम की गुठली का चूर्ण बनाने के लिए सबसे पहले इन्हें धो लें. इसके बाद धूप में सुखाने के लिए रख दें. सूखने के बाद जब इनका रंग बदल जाएं तो पीसकर चूर्ण बना लें. इस चूर्ण का नियमित सेवन करें.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.)
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व्हाइट डिस्चार्ज और बवासीर में रामबाण है आम की गुठलियां, जानें कैसे करें इनका इस्तेमाल