Tips to Avoid Phobia : पिछले कुछ सालों में कई लोगों का मानना है कि बीमारी सिर्फ शारीरिक नहीं, बल्कि मानसिक भी होती है और मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता में रखते हुए इस पर गंभीर मुद्दे पर चर्चा की जाती है. ऐसा ही एक गंभीर मुद्दा है भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से डरना.
कई लोगों को भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने पर डर लगता है. यह एक मानसिक स्थिति है, जिसमें व्यक्ति के मन में छिपा डर किसी न किसी रूप में बाहर आ जाता है. व्यक्ति का सिर घूमने लगता है, हाथ-पैर कांपने लगते हैं. कई लोगों को भीड़ देखकर पैनिक अटैक आ जाता है. इस मानसिक स्थिति को 'एगोराफोबिया' शब्द दिया गया है, जो एक चिंता विकार है.
मनोचिकित्सकों के अनुसार, एगोराफोबिया से पीड़ित व्यक्ति आम मुलाकातों से भी कतराता है. जिसके कारण ऐसे लोग अक्सर अकेलेपन से जूझते नजर आते हैं. अगर समय रहते इन लक्षणों का गंभीरता से इलाज न किया जाए तो इन लोगों को अवसाद, सामाजिक चिंता या पैनिक अटैक जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
एगोराफोबिया के मुख्य लक्षण क्या हैं?
- भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाते ही दिल की धड़कन बढ़ना और पसीने आना
- किसी व्यक्ति का लगातार घर से बाहर निकलने से भी इंकार करना
- सार्वजनिक स्थानों पर यात्रा करने से बचना
- बहुत से लोगों के साथ दोस्ती या उनके साथ किसी पार्टी में जाना
- भीड़-भाड़ वाली जगह पर जाने पर सिर घूमना, चक्कर आना.
- हाथ-पैर कांपना, भीड़-भाड़ वाली जगहों पर बोलने में परेशानी, मुंह से झाग निकलना, गला सूखना आदि.
इस मानसिक स्थिति से कैसे छुटकारा पाया जाए?
- स्वस्थ जीवनशैली और संतुलित आहार को प्राथमिकता दें
- नियमित व्यायाम और ध्यान करें
- किसी मनोचिकित्सक से बात करें
- शराब या कैफीनयुक्त पेय पदार्थों से बचें
- अपने मन से डर निकालने के लिए अपनी श्वास पर नियंत्रण रखें
- कल्पनाशक्ति को सशक्त एवं सकारात्मक बनायें
- बिना विशेषज्ञ की सलाह के कोई भी दवा लेने से बचें
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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भीड़ में जाते ही बढ़ने लगती है दिल की धड़कन और पसीने से भीग जाते हैं, कहीं फोबिया के शिकार तो नहीं?