शरीर में हार्मोनल असंतुलन के कारण कई तरह की गंभीर बीमारियां घेर लेती हैं. इसके कारण थायरॉइड, पीसीओडी, डायबिटीज, जैसी बीमारियों के होने का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में हार्मोनल बैलेंस बरकरार रखना बहुत ही जरूरी है. बता दें कि हार्मोन्स के लेवल को संतुलित रखने में हमारी लाइफस्टाइल (Hormonal Imbalance Cause) अहम भूमिका निभाती है. लेकिन, आजकल की खराब लाइफस्टाइल, गड़बड़ खानपान और रोजाना की कुछ गलत आदतों के कारण लोगों को हार्मोनल इंबैलेंस (Hormonal Imbalance) की समस्या का सामना करना पड़ता है. आज हम आपको ऐसी ही कुछ आदतों के बारे में बता रहे हैं, जिनमें सुधार कर आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में...
सुबह धूप में बिताएं थोड़ा समय (Sunbathing)
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग सुबह की धूप नहीं ले पाते. लेकिन, अगर आपको हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या को दूर रखना है तो रोज सुबह थोड़ा समय निकाल कर धूप में बैठें. बता दें कि धूप में समय बिताने से विटामिन-डी मिलता है और ये विटामिन मेंटल और फिजिकल हेल्थ को बनाए रखने में मदद करते हैं. इतना ही नहीं धूप में समय बिताने से सेरोटोनिन हार्मोन बनता है और सार्केडियन क्लॉक बेहतर होता है, इससे हार्मोन्स संतुलित रहते हैं.
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एक्सरसाइज करना है जरूरी (Exercise)
इसके अलावा रोज थोड़ी देर एक्सरसाइज करना भी आपकी पूरी हेल्थ के लिए जरूरी होता है, इससे हार्मोनल बैलेंस बना रहता है. बता दें कि रोज एक्सरसाइज करने से हैप्पी हार्मोन्स रिलीज होते है और इंसुलिन सेंसिटिविटी बढ़ती है, इससे वजन मेंटेन रहता है. ऐसे में रोज थोड़ी देर एक्सरसाइज जरूर करें. बता दें कि रात को खाने के बाद थोड़ा वॉक करना भी फायदेमंद हो सकता है.
डाइट का रखें खास ख्याल (Healthy Diet)
वहीं, खराब खानपान और डाइट में प्रोटीन की कमी की वजह से भी यह समस्या हो सकती है. दरअसल हार्मोन्स बनाने के लिए शरीर को एमिनो एसिड्स की जरूरत होती है और प्रोटीन कम होने की वजह से एमिनो एसिड्स की मात्रा कम हो जाती है और इस कारण हार्मोन्स से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए जरूरी है कि आप अपनी डाइट में प्रोटीन से भरपूर फूड आइटम्स को अपनी डाइट में शामिल करें.
तनाव को रखें दूर (Stress Anxiety)
बता दें कि स्ट्रेस की वजह से शरीर कोर्टिसोल हार्मोन रिलीज करता है और यह बॉडी को स्ट्रेस से डील करने में मदद करता है, लेकिन, शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन का लेवल बढ़ने की वजह से हार्मोनल इंबैलेंस की समस्या हो सकती है.
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ब्लू लाइट एक्सपोजर करें कम (Blue Light Exposure)
बता दें कि स्मार्ट फोन के इस्तेमाल के दौरान उसमें से ब्लू लाइट निकलती है और रात के समय फोन चलाने से हमारा दिमाग इसके रिएक्शन में मेलाटोनिन हार्मोन की मात्रा कम कर देता है, इसकी वजह से नींद अच्छी नहीं आती और हार्मोनल असंतुलन की समस्या बढ़ती है.
Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.
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