डीएनए हिंदी: How Excess Calcium is Harmful in Hindi जब भी शरीर में विटामिन या मिनरल्सस की अधिकता होती है तो शरीर में कोई न कोई समस्यास जरूर होती है. किसी भी चीज की कमी या अधिकता शरीर में सही नहीं होती है. अगर आपके शरीर में कैल्शियम की अधिक हो रहा है तो आपके सीने में भारीपन और पैरों में दर्द बढ़ सकता है. खास बात ये है कि कई बार ऐसे लक्षण नजर आते हैं जैसे कैल्शियम की कमी पर नजर आते हैं. हडि्डयों को मजबूत बनाने के लिए कहीं आप कैल्शियम की गोलियां या सप्लीमेंट ले रहे तो आपको सावधान हो जाना चाहिए. क्योंलकि ऐसा कर के आप अपने शरीर में कई बार जरूरत से ज्यादा कैल्शियम भर लेते हैं.
कैल्शियम की अधिकता न केवल जानलेवा होती है, बल्कि ये किडनी और हडि्डयों के लिए भी खतरा पैदा करता है. कैल्शियम की कमी का जिस तरह से शरीर संकेत देता है, वैसा संकेत बहुत कम कैल्शियम की अधिकता पर मिलता है, लेकिन कुछ ऐसे संकेत भी होते हैं जिससे आप आसानी से इसकी अधिकता का अंदाजा लगा सकते हैं. तो चलिए जानें कि कैल्शियम ज्यादा होने से किस तरह के नुकसान होते हैं.
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कैल्शिमय की अधिकता की पहचान
अगर बार-बार स्टोन बनने लगे तो समझ लें कैल्शियम शरीर में ज्यादा हो रहा है। साथ ही अगर सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, सीने में भारीपन, पैरों में दर्द, स्टोन बनना, बार-बार फैक्चर होड़ों में दर्द हो रहा हो तो समझ लें कैल्शियम की शरीर में अधिकता हो रही है.
ज्यादा कैल्शियम का खतरा
ज्यादा कैल्शियम हाइपरकैल्शिमिया का कारण बन जाता है. इसके पीछे की वजह सिर्फ कैल्शियम कैप्सुल या फूड आइटम्स ही नहीं होते, बल्कि शरीर से जुड़ी अन्य चीजें जैसे थायरॉइड ग्लैंड के पीछे स्थित पैराथायरॉइड ग्लैंड का ज्यादा ऐक्टिव होना या जेनेटिक बीमारी, कैंसर, हाइड्रेशन की कमी भी जिम्मेदार हो सकती हैं.
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Calcium की अधिकता से इन बीमारियों का खतरा
किडनी फंक्शन-ज्यादा कैल्शियम स्टोन में बदलने लगता है. गॉल ब्लैडरर और किडनी में स्टोन का होना कैल्शियम की अधिकता को ही बताता है. इतना ही नहीं कैल्शियम का अधिक होना किडनी के फंक्शन पर भी बुरा असर डालता है, जिससे बॉडी को फिल्टर करने में दिक्कत होती है और शरीर में कई बीमारियां जन्म लेने लगती है. इतना ही नहीं इससे किडनी फेलियर तक हो सकता है.
दिमाग पर असर-कैल्शियम की अधिक मात्रा से न सिर्फ हाइपरकैल्शिमिया होता है बल्कि यह दिमाग की सोचने समझने की क्षमता पर भी असर डालता है. इससे व्यक्ति को भ्रम और डिमेंशिया हो सकता है. इतना ही नहीं वह कोमा में भी जा सकता है.
ऑस्टियोपोरोसिस - अगर आपको लगता है कि हडि्डयों को कमजोर कर देने वाला ऑस्टियोपोरोसिस सिर्फ कैल्शियम की कमी से ही होता है तो जान लें कि जब शरीर में कैल्शिमय अधिक होता है तब भी ये बीमारी होती है. असल में जब खून में ज्यादा कैल्शियम रिलीज होने लगता है तो हड्डियां धीरे-धीरे खोखली होने लगती हैं और व्यक्ति को छींकने - खांसने तक से भी फ्रैक्चर हो सकता है.
दिल के लिए हानिकारक- कैल्शियम की ज्यादा मात्रा दिल की धमनियों पर भी असर डालती है. इससे न सिर्फ ब्लॉकेज का डर होता है बल्कि अटैक का खतरा भी बढ़ जाता है.
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें।)
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Chest में भारीपन और Legs में दर्द बताता है शरीर में बढ़ रही ये एक चीज