डीएनए हिंदीः सुबह के समय बढ़ने वाला बीपी (BP Rising in Morning) मॉर्निंग हाइपरटेंशन (Morning Hypertension) कहते हैं. मॉर्निंग हाइपरटेंशन से हार्ट अटैक (Heart Attack) और स्ट्रोक (Stroke) का खतरा बढ़ता है. इसलिए अगर ऐसा आपके साथ हो रहा है तो इसे खतरे का संकेत (Dangerous Sign) समझें और जान लें कि ऐसा होने के पीछे वजह क्या है और कैसे इसे काबू मेें किया जा सकता है.
सुबह उठने के साथ ही अगर आपको चक्कर आ रहा या आपका सिर घूमने क साथ दर्द बना रह रहा तो आपको बीपी चेक करना चाहिए. सुबह के समय बीपी बढ़ने के पीछे एक नहीं कई वजह हो सकती है. इसलिए जरूरी है कि इसके पीछे के कारण को भी समझा जाए.
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दवाएं
कुछ लोग अपने रक्तचाप को नियंत्रित करने के लिए दवाएं लेते हैं. 2018 की रिपोर्ट के अनुसार सुबह के समय हाई बीपी के बढ़ने के पीछे दवा की खुराक कम लेना या लंबे समय तक काम करने वाली दवाओं के बजाय शॉर्ट-एक्टिंग या इंटरमीडिएट.एक्टिंग दवाएं लेना होता है. कुछ लोगों को यह लग सकता है कि सुबह के बजाय सोने से पहले उनकी दवाएं लेने से बीपी को बेहतर तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है. वहीं कुछ लोग बीपी की दवा आधी सुबह और आधी सोने से पहले लेने लगते हैं. ऐसा करना आपके बीपी को असामान्य रूप से अनियंत्रित कर सकता है.
वहीं कुछ मेडिकल कंडिशन के कारण भी सुबह के समय बीपी बढ़ता है
- अगर आपका कोलेस्ट्रॉल अनियंत्रित हो तो बीपी हाई होने लगेगा.
- दिल से जुड़ी समस्या में भी ऐसा संभव है
- अगर सोते समय आपके सांस लेने में होने वाली दिक्कत भी इसके लिए जिम्मेदार होती है
- डायबिटीज रोगियों में बीपी सुबह बढ़ा हुआ हो सकता है.
- थायराइड की समस्या में बीपी अनकंट्रोल होता है
- कुशिंग सिंड्रोम
- गुर्दे की बीमारी
- कुछ जीवनशैली कारक भी उच्च रक्तचाप के जोखिम को बढ़ा देते हैं.
- तनाव और अनिद्रा भी एक बड़ा कारण है.
- अगर आपका वेट ज्यादा है तो भी ये कारण हो सकता है
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सुबह के समय बीपी बढ़ाने के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार तत्व
- धूम्रपान
- भारी मात्रा में शराब का सेवन
- नमक और संतृप्त वसा वाले आहार खाना
- फिजिकल एक्टिविटी बिलकुल न होना
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सामान्य रक्तचाप पैटर्न
जब कोई व्यक्ति अपने रक्तचाप को मापता है तो रीडिंग दो नंबरों के रूप में दिखाई देती है. शीर्ष संख्या सिस्टोलिक रक्तचाप को दर्शाती है, जो हृदय के सिकुड़ने और नीचे की संख्या डायस्टोलिक रक्तचाप को दर्शाती है, जो हृदय के आराम करने की स्थिति को बताता है. सामान्य रक्तचाप 120/80 मिमी एचजी होता है.
120/80 मिमी एचजी और 139/89 मिमी एचजी के बीच की रीडिंग इंगित करती है कि एक व्यक्ति को उच्च रक्तचाप विकसित होने का खतरा हैए जबकि 140/90 मिमी एचजी से अधिक की रीडिंग उच्च रक्तचाप को दर्शाती है.
रक्तचाप दिन और रात भर बढ़ता और गिरता है. नींद के दौरान रक्तचाप 10-30% गिर जाता है. फिर यह जागने के समय के आसपास बढ़ता है. कुछ लोगों में यह वृद्धि महत्वपूर्ण हो सकती है जिसके परिणामस्वरूप सुबह का उच्च रक्तचाप हो सकता है.
जिन लोगों का रक्तचाप असामान्य है उन्हें दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसी जटिलताओं का खतरा हो सकता है. 2010 की रिपोर्ट के अनुसार जागने के बाद पहले 4-6 घंटों में स्ट्रोक और अन्य गंभीर हृदय संबंधी घटनाओं की शुरुआत होती है.
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जोखिम में कौन है
- 65 वर्ष से अधिक आयु होने के कारण
- उच्च रक्तचाप की हेरिडीटी वाले
- अधिक वजन वाले
- रोज शराब पीने वाले
- धूम्रपान करने वाले
- चिंता या अत्यधिक तनाव में रहने वाले
- अपर्याप्त नींद या अनिद्रा गस्त लोग
- नींद में खलल वालों में जैसे खरार्टे लेने वाले
ब्लड प्रेशर कब और कैसे नापें
होम ब्लड प्रेशर मॉनिटर के नियमित उपयोग से लोगों को उनके रक्तचाप में उतार-चढ़ाव को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिल सकती है. अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार ब्लड प्रेशर मॉनिटर उन मॉनीटरों की तुलना में अधिक विश्वसनीय होते हैं जो उंगली या कलाई से जुड़े होते हैं.
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रक्तचाप मापने से पहले
- हमेशा यूरिन या स्टूल पास करने के बाद बीपी नापें
- बीपी मापने से पहले 5 मिनट आराम से और शांति से आराम करें.
- बीपी मापने के 30 मिनट के भीतर धूम्रपान, शराब पीने या व्यायाम न करें.
रक्तचाप को मापते समय
- प्रतिदिन एक ही समय पर रीडिंग लें.
- पीठ सीधी करके बैठेंए पैर बिना क्रॉस किएए और पैर फर्श पर सपाट हों.
- एक सपाट सतह पर हाथ को आराम दें ताकि ऊपरी बांह दिल के स्तर पर हो.
- लगभग 1 मिनट के अंतराल में दो या तीन रीडिंग लें और औसत मान की गणना करें.
- सभी रीडिंग का रिकॉर्ड रखें, क्योंकि इससे डॉक्टर को उपचार का सर्वोत्तम तरीका निर्धारित करने में मदद मिल सकती है.
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बीपी हाई होने के लक्षण
- उच्च रक्तचाप आमतौर पर लक्षणों का कारण नहीं बनता है तब भी जब स्तर खतरनाक रूप से उच्च होते हैं. बीपी वाले लोगों में कुछ लक्षण अधिक सामान्य होते हैं, लेकिन कुछ असामान्य लक्षण भी नजर आते हैं जैसे-
- आंखों में खून के धब्बे
- चेहरा लाल होना
- चक्कर आना
- सिर में दर्द
- उल्टी या मिचली आना
- घुस्सा या चिड़चिड़ापन नजर आना
(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.)
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सुबह ब्लड प्रेशर हो रहा हाई? जानें कारण और रीडिंग लेने का सही तरीका