चुनाव आयोग (Election Commission) ने गुरुवार शाम अपनी वेबसाइट www.eci.gov.in पर इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ा डेटा (Data) सार्वजानिक कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने आदेश दिया था जिसके बाद स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने ये आंकड़े 12 मार्च को मुहैया कराए थे.
इलेक्टोरल बॉन्ड डेटा चुनाव आयोग ने 14 मार्च को जारी किया था. चुनाव आयोग की ओर से मुहैया कराई गई लिस्ट से यह बात पता चला कि फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज पीआर कंपनी ने ही राजनीतिक दलों को सबसे ज्यादा डोनेशन दिया था.
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सबसे ज्यााद फ्युचर गेमिंग ने खरीदे हैं इलेक्टोरल बॉन्ड
सार्वजनिक रूप से उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, कोयंबटूर की कंपनी फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ने चुनावी बांड के जरिए राजनीतिक दलों को ₹1,368 करोड़ का दान दिया है.
ECI की लिस्ट में पता चला है कि 1300 कंपनियों ने पांच वर्षों में ₹12,000 करोड़ से अधिक के चुनावी बांड खरीदे, और फ्यूचर गेमिंग ₹1,000 करोड़ का आंकड़ा पार करने वाली एकमात्र कंपनी है.
क्या है Future Gaming?
फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज की स्थापना साल 1991 में भारत के लॉटरी किंग माने जाने वाले सैंटियागो मार्टिन ने की थी. कंपनी की स्थापना तमिलनाडु में हुई थी, लेकिन राज्य में लॉटरी पर बैन के बाद सैंटियागो मार्टिन ने अपना अधिकांश व्यवसाय केरल और कर्नाटक में ट्रांसफर कर लिया.
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किन राज्यों में फैला है कंपनी का कारोबार?
फ्यूचर गेमिंग देश के 13 राज्यों में अपना कारोबार करती है, जहां लॉटरी अभी भी वैध है. ये राज्य अरुणाचल प्रदेश, असम, गोवा, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पंजाब, सिक्किम और पश्चिम बंगाल हैं.
कंपनी 'डियर लॉटरी' की एकमात्र वितरक है. फ्यूचर गेमिंग दक्षिण भारत में मार्टिन कर्नाटक और पूर्वोत्तर में मार्टिन सिक्किम लॉटरी के जरिए कारोबार करती है.
इसके संस्थापक सैंटियागो मार्टिन ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ लॉटरी ट्रेड एंड अलाइड इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष हैं. उनकी कंपनी फ्यूचर गेमिंग में 1,000 से ज्यादा कर्मचारी अपनी सेवाएं देते हैं.
ED की रडार पर रहती है फ्युचर गेमिंग
भारत की यह सबसे बड़ी लॉटरी कंपनी होने के बाद भी ये हमेशा प्रवर्तन निदेशालय (ED) की रडार पर रही है. ED ने इस कंपनी पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
ED का आरोप है कि यह कंपनी अवैध रूप से लॉटरी टिकटों की बिक्री करती है. इससे होने वाली कमाई को कंपनी गिफ्ट और इंसेटिंव पर खर्च करती है.
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ED ने अपनी जांच में कहा कि फ्यूचर गेमिंग ने 2014 और 2017 के बीच अवैध रूप से करीब ₹400 करोड़ रुपये जुटाए थे. ED ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक केस में तमिलनाडु के सैंटियागो मार्टिन के दामाद से जुड़े परिसरों में तलाशी ली थी.
ED और CBI मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों में सैंटियागो मार्टिन से भी पूछताछ कर चुकी हैं.
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Electoral Bonds: क्या करती है Future Gaming कंपनी, कैसे सुर्खियों में आया नाम?