Madhu Rani Teotia Story: आईएएस ऑफिसर डॉ मधु रानी तेवतिया को दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता की सचिव नियुक्त किया गया है. पहले वो एमपी कैडर की आईएएस ऑफिसर थीं. इस समय उन्हें दिल्ली में रेखा गुप्ता की अगुवाई में बनी बीजेपी की सरकार में सीएम का सचिव बनाया गया है. उनकी नियुक्ति को लेकर खूब चर्चाएं हो रही है. दिल्ली सरकार में महिला शक्ति के दबदबे की तो हो ही रही है, साथ ही मधु रानी की निजी जीवन के सघर्षों के दास्तान की भी हो रही है. उनका जीवन कई उतार-चढ़ाव से भरा हुआ रहा है. बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी, और कृतव्य पथ पर आगे बढ़ती चली गई, और आज ये शानदार मुकाम हासिल किया है.
दर्दभरी है मधु रानी के संघर्ष की कहानी
आईएएस ऑफिसर मधु रानी की शादी एक आईपीएस ऑफिसर नरेंद्र कुमार सिंह से हुई थी. विवाह के कुछ समय बाद जब वो प्रेग्नेंट थीं, उसी समय उनके पति की हत्या कर दी गई. ये पल उनके लिए किसी भयावहपूर्ण बरे सपने से कम नहीं था. वो उन दिनों अपनी मैटरिनिटी लीव पर चल रही थीं. पति के कत्ल की सूचना ने उन्हें अंदर से बुरी तरह से तोड़ दिया था. फिर भी हिम्मत जुटाकर वो अपनी पति के अंतिम संस्कार में शामिल होने अलीगढ़ में मौजूद अपने ससुराल पहुंची. उनकी स्थिति और खराब हो गई, फिर उन्हें डॉक्टर्स के पास अस्पताल में दाखिल कराया गया, जहां उनका मेडिकल चेकअप हुआ. उनके पति का कत्ल रेत माफियाओं के द्वारा 8 मार्च 2012 को कर दिया गया था. वहीं उन्होंने 20 मार्च 2012 को अपने बच्चे को जन्म दिया. उन्होंने अपने पुत्र का जन्म दिल्ली में मौजूद राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में दिया था. यही बच्चा उनकी आगे की जिंदगी जीने का बड़ा सहारा बना. उन्होंने अपनी हिम्मत को अपनी ताकत बनाया, और सफलता की सीढ़ी चढ़ती चली गईं.
रेत माफियाओं ने की थी पति नरेंद्र कुमार सिंह की हत्या
मधु रानी तेवतिया पूर्व में एमपी कैडर की आईएएस ऑफिसर थीं. उनके पति नरेंद्र कुमार सिंह भी एमपी कैडर में आईपीएस ऑफिसर थे. उनके पति की तैनाती एक एसडीओपी के तौर पर मुरैना जिले में हुई थी. मधु रानी उन दिनों ग्वालियर में पोस्टेड थीं. वो दिन होली का था. नरेंद्र कुमार सिंह के आवास पर होली की पूरी तैयारी हो रखी थी. लोग पूरी तरह से उत्साह-उमंग में डूबे हुए थे. नरेंद्र कुमार सिंह अपनी ड्यूटी में थे, और इलाके में गश्त लगा रहे थे. इसी बीच रेत माफियाओं की ओर से उनके ऊपर अटैक किया गया. उनके ऊपर ट्रैक्टर चला दिया गया. बुरी तरह से जख्मी हो जाने की वजह से उनकी मौत हो गई. इस घटना के बाद पूरे राज्य में बवाल मच गया था. ये मुद्दा कई दिनों तक मीडिया में भी चर्चाओं में बना रहा.
इस घटना ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया
आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार के कत्ल के वक्त उनके आवास पर होली मनाने उनके दादा जी गंगा चरण आए हुए थे. वो उनके लौटने का इंजतार करत रहे थे. नरेंद्र कुमार के पिता अलीगढ़ में सब इंस्पेक्टर के तौर कार्यरत थे. इस घटना ने पूरे परिवार को अंदर से हिलाकर रख दिया था.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments

आईएएस ऑफिसर डॉ मधु रानी तेवतिया
IPS पति की हत्या के 12 दिन बाद बनी मां, फिर भी जारी रखा संघर्ष.. रुला देगी दिल्ली CM की सचिव मधु रानी की कहानी