पूरी दुनिया के साथ साथ साल 2024 भारत के लिए भी बेहद खास रहा. देश में ऐसे कई महत्वपूर्ण राजनीतिक घटनाक्रम हुए, जिसने एक देश के रूप में भारत को पहले से कहीं ज्यादा मजबूत किया. देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चाहे वो अर्थव्यवस्था, सामाजिक कल्याण और देश के बुनियादी ढांचे का विकास हो या फिर राष्ट्रीय सुरक्षा क्षेत्रों में नीतियों और पहलों का निर्धारण. भारत की तरफ से दुनिया को यही संदेश दिया गया कि अब न केवल देश विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है. बल्कि मजबूत हाथों में भी है.
इस साल एनडीए सरकार के प्रमुख विकल्प नए आपराधिक कानूनों को लागू करना, पीएम-सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना को मंजूरी देना, प्रधानमंत्री आवास योजना का विस्तार और संसद में 'एक राष्ट्र एक चुनाव' विधेयक पेश करना था.
तीन नए आपराधिक कानून
25 दिसंबर, 2023 को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 'भारतीय न्याय संहिता 2023', 'भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023' और 'भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 2023' को मंजूरी दी. ये नए आपराधिक कानून 1 जुलाई, 2024 को लागू हुए और पहले के आपराधिक कानूनों- भारतीय दंड संहिता (आईपीसी), दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) और भारतीय साक्ष्य अधिनियम की जगह ले ली.
पीएम-सूर्य घर: मुफ़्त बिजली योजना की शुरुआत
भारत सरकार ने 29 फरवरी, 2024 को पीएम सूर्य घर: मुफ़्त बिजली योजना को मंज़ूरी दी, ताकि छत पर सौर ऊर्जा संयंत्रों के ज़रिए आवासीय घरों में बिजली पैदा करने के लिए सौर ऊर्जा क्षमता को बढ़ाया जा सके. प्रधानमंत्री ने 13 फरवरी, 2024 को इस योजना की शुरुआत की. बताते चलें कि इस पर 75,021 करोड़ रुपये का व्यय किया गया है और इसे वित्तीय वर्ष 2026-27 तक लागू किया जाना है.
प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) का विस्तार
केंद्र ने प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) के तहत तीन करोड़ अतिरिक्त ग्रामीण और शहरी परिवारों के लिए घरों के निर्माण में सहायता करने का निर्णय लिया. यह निर्णय 10 जून, 2024 को कैबिनेट की बैठक के दौरान लिया गया.
भारतीय युवाओं को कौशल प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत केंद्रीय बजट 2024 में 500 शीर्ष भारतीय कंपनियों के लिए एक नई इंटर्नशिप योजना पर प्रकाश डाला गया, जिसके तहत पांच वर्षों में एक करोड़ युवाओं को कौशल प्रदान किया जाएगा.
ध्यान रहे कि यह 21-24 वर्ष की आयु के ऐसे व्यक्तियों को लक्षित करता है, जो न तो नौकरीपेशा हैं और न ही पूर्णकालिक शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं. सरकार इस कार्यक्रम को सब्सिडी देगी, जिससे अधिकांश लागतें कवर होंगी, संगठनों को अपने सीएसआर फंड से योगदान करना होगा.
अंतरिक्ष क्षेत्र पर एफडीआई नीति में संशोधन
कैबिनेट ने 21 फरवरी, 2024 को अंतरिक्ष क्षेत्र पर एफडीआई नीति में संशोधन को मंजूरी दी. सुधारों का उद्देश्य अंतरिक्ष क्षेत्र में एफडीआई नीति प्रावधानों को उदार बनाना है, जिसमें उदार प्रवेश मार्ग निर्धारित करना और विभिन्न प्रौद्योगिकियों और उपकरणों में एफडीआई के लिए स्पष्टता प्रदान करना शामिल है.
पेंशन नीति में सुधार
केंद्र सरकार ने अटल बिहारी वाजपेयी सरकार द्वारा साहसपूर्वक लाए गए भारत की सिविल सेवा पेंशन प्रणाली के 21 साल पुराने सुधार को उलट दिया, एक नई 'एकीकृत पेंशन योजना' (UPS) का अनावरण किया, जो वस्तुतः पुरानी पेंशन योजना के समान है और सरकारी कर्मचारियों को आजीवन मासिक लाभ के रूप में उनके अंतिम आहरित वेतन का 50 प्रतिशत देने का आश्वासन देती है.
विज्ञान धारा योजना
केंद्र ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) के तहत एक एकीकृत केंद्रीय क्षेत्र योजना को मंजूरी दी. आरयू-476 योजना तीन प्रमुख अम्ब्रेला योजनाओं को एक में समेकित करती है, जिसमें 15वें वित्त आयोग के साथ संरेखित 2021-22 से 2025-26 की अवधि के लिए 10,579.84 करोड़ रुपये का महत्वाकांक्षी बजट है.
नई बायोई3 नीति का अनावरण
नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली कैबिनेट ने जैव प्रौद्योगिकी विभाग के उच्च प्रदर्शन वाले बायोमैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए बायोई3 (अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और रोजगार के लिए जैव प्रौद्योगिकी) नीति के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है.
इसकी मुख्य विशेषताओं में विषयगत क्षेत्रों में अनुसंधान एवं विकास और उद्यमिता को नवाचार-संचालित समर्थन शामिल है.
कृषि अवसंरचना को बढ़ावा
कृषि अवसंरचना कोष (एआईएफ) को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है. इस पहल का उद्देश्य कृषि अवसंरचना को मजबूत करना, व्यवहार्य सामुदायिक कृषि परिसंपत्तियों का समर्थन करना, एकीकृत प्रसंस्करण परियोजनाओं को शामिल करना, पीएम-कुसुम घटक-ए के साथ संरेखित करना और एनएबी संरक्षण ट्रस्टी कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से एफपीओ के लिए ऋण गारंटी का विस्तार करना है.
मेगा वधावन बंदरगाह परियोजना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र में वधावन बंदरगाह परियोजना की आधारशिला रखी, जो भारत के सबसे बड़े गहरे पानी के बंदरगाहों में से एक बनने वाला है. 76,220 करोड़ रुपये की लागत वाले इस बंदरगाह का उद्देश्य भारत के समुद्री अवसंरचना को बढ़ावा देना है, जिसमें कंटेनर टर्मिनल, बहुउद्देशीय बर्थ और बेहतरीन कनेक्टिविटी शामिल है, जिससे व्यापार और औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा.
भारत की रक्षा क्षमताओं को बढ़ाना
भारत की दूसरी अरिहंत श्रेणी की पनडुब्बी, आईएनएस अरिघाट को 29 अगस्त, 2024 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में विशाखापत्तनम में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया.
लद्दाख के लिए नए जिले
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश में पांच नए जिले- ज़ांस्कर, द्रास, शाम, नुबरा और चांगथांग बनाए जाएंगे, ताकि 'हर गली-मोहल्ले में शासन को मज़बूत किया जा सके.'
बता दें कि लद्दाख में वर्तमान में दो जिले- लेह और कारगिल हैं, जिनमें स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषदें हैं.
वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वास्थ्य कवर का विस्तार
मंत्रिमंडल ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) के तहत आय की परवाह किए बिना 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों के लिए स्वास्थ्य कवर को मंज़ूरी दी.
इस निर्णय से लगभग छह करोड़ वरिष्ठ नागरिकों को लाभ मिलने की संभावना है. वे AB-PMJAY के तहत परिवार के आधार पर सालाना पांच लाख रुपये के मुफ़्त स्वास्थ्य बीमा कवरेज के लिए पात्र होंगे, जो अब तक केवल गरीब और कमज़ोर परिवारों के लिए उपलब्ध था.
भारत के शुक्र मिशन का परिचय
कैबिनेट ने 18 सितंबर, 2024 को शुक्र ऑर्बिटर मिशन (VOM) के विकास को मंजूरी दी. इस कार्यक्रम का उद्देश्य चंद्रमा और मंगल से परे शुक्र की खोज और अध्ययन करना है.
पृथ्वी के सबसे निकट का ग्रह शुक्र, जिसके बारे में माना जाता है कि वह पृथ्वी जैसी ही परिस्थितियों में बना है, यह समझने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है कि ग्रहों का वातावरण किस तरह से बहुत अलग तरीके से विकसित हो सकता है.
वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन (ONOS)
कैबिनेट ने 20 नवंबर, 2024 को वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन को मंजूरी दे दी, जो विद्वानों के शोध लेखों और जर्नल प्रकाशनों तक देश भर में पहुंच प्रदान करने की योजना है.
इसे एक सरल, उपयोगकर्ता के अनुकूल और पूरी तरह से डिजिटल प्रक्रिया के माध्यम से सरकारी उच्च शिक्षा संस्थानों और केंद्र सरकार के अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाओं में प्रशासित किया जा रहा है.
एक नई केंद्रीय क्षेत्र योजना के रूप में तीन कैलेंडर वर्षों, 2025, 2026 और 2027 के लिए वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन के लिए कुल लगभग 6,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं.
वन नेशन, वन इलेक्शन (ONOE)
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 12 दिसंबर को बहुचर्चित 'वन नेशन, वन इलेक्शन' विधेयक को मंजूरी दे दी, जो लोकसभा, राज्य विधानसभाओं और स्थानीय निकायों के लिए एक साथ चुनाव कराने के प्रस्ताव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
संसद के हाल ही के शीतकालीन सत्र में 17 दिसंबर को ONOE से संबंधित दो विधेयक पेश किए गए थे. बाद में लोकसभा ने एक प्रस्ताव पारित कर दोनों सदनों की संयुक्त समिति को एक साथ चुनाव कराने संबंधी विधेयकों की सिफारिश की.
प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान
कैबिनेट ने आदिवासी बहुल गांवों और आकांक्षी जिलों में आदिवासी परिवारों के लिए संतृप्ति कवरेज को अपनाकर आदिवासी समुदायों की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार के लिए 79,156 करोड़ रुपये के कुल परिव्यय के साथ प्रधानमंत्री जनजातीय उन्नत ग्राम अभियान को मंजूरी दी.
इसमें लगभग 63,000 गांव शामिल होंगे, जिससे 5 करोड़ से अधिक आदिवासी लोगों को लाभ होगा, जैसा कि बजट भाषण 2024-25 में घोषित किया गया था.
ख़बर की और जानकारी के लिए डाउनलोड करें DNA App, अपनी राय और अपने इलाके की खबर देने के लिए जुड़ें हमारे गूगल, फेसबुक, x, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सऐप कम्युनिटी से.
- Log in to post comments
Year Ender 2024 : मोदी सरकार की वो कल्याणकारी योजनाएं, जिनसे और सशक्त हुआ भारत!