डीएनए हिंदी: अमेरिका और ईरान के बीच जारी गतिरोध के बीच राहत की खबर आ रही है. अमेरिका ने ईरान पर लगाए प्रतिबंधों में ढील दी है. बता दें कि ईरान पर प्रतिबंध लागू रखने के लिए इजरायल लगातार दबाव बना रहा है. ऐसे दौर में प्रतिबंधों पर राहत वैश्विक तनाव को कुछ हद तक कम करने के लिहाज से अहम है.
ईरान ने कहा, इतना काफी नहीं है
प्रतिबंध हटाए जाने के अमेरिका के फैसले का ईरान ने स्वागत किया है. ईरानी विदेश मंत्री हुसैन अमीरबदुल्लाहियन ने कहा है कि हम अमेरिकी प्रतिबंधों में मिली ढील का स्वागत करते हैं. हम यह भी कहना चाहते हैं कि यह काफी नहीं है. अमेरिका ने यह ढील ईरान को फिर से 2015 के परमाणु समझौते में लाने के लिए दी है. अभी ब्रिटेन, जर्मनी और रूस के प्रतिनिधि वियना में ईरानी अधिकारियों के साथ परमाणु समझौते पर वार्ता कर रहे हैं.
प्रतिबंधों में छूट पर अमेरिका ने किए हस्ताक्षर
ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीरबदुल्लाहियन ने कहा कि कुछ प्रतिबंधों को हटाने की व्याख्या उस सद्भावना के रूप में की जा सकती है जिसके बारे में अमेरिकी बात करते हैं. उन्होंने कहा कि हालांकि यह पर्याप्त नहीं है. अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने ईरान की असैन्य परमाणु गतिविधियों से संबंधित कई प्रतिबंधों में छूट पर हस्ताक्षर किए हैं.
अमेरिका ने वियना बैठक में प्रत्यक्ष तौर पर हिस्सा नहीं लिया है
वियना में होने वाली वार्ता में अमेरिका सीधे तौर पर शामिल नहीं है. अमेरिका का एक प्रतिनिधिमंडल अन्य देशों के राजनयिकों के जरिए ईरान के साथ परोक्ष रूप से बातचीत कर रहा है. 2018 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ऐतिहासिक परमाणु समझौते से अमेरिका को बाहर करने और ईरान पर कड़े प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थीय अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन ने कुछ शर्तों के साथ परमाणु समझौते में दोबारा शामिल होने की इच्छा जाहिर की है.
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