डीएनए हिंदी: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से वहां की हालत लगातार खराब होती जा रही है. अफगानिस्तान इन दिनों बहुत बुरे आर्थिक हालात से गुजर रहा है. खुद तालिबान की अंतरिम सरकार दुनियाभर के मुल्कों से लगातार मदद की गुहार कर रही है लेकिन इन सबके बीच तालिबानियों ने एक बड़ी गलती कर दी है.
खराब आर्थिक हालात के बीच तालिबानियों ने गलती से ताजिकिस्तान में अफगान दूतावास के बैंक खाते में बड़ी मात्रा में धन ट्रांसफर कर दिया है. हालांकि अपनी गलती का एहसास होने के बाद तालिबानियों ने दूतावास से धन वापस करने के लिए कहा, जिसपर ताजिकिस्तान में मौजूद अधिकारियों ने ऐसी किसी भी संभावना से इनकार कर दिया.
आपको बता दें कि ताजिकिस्तान में मौजूद अफगान दूतावास के अधिकारियों को तालिबान का कट्टर आलोचक माना जाता है.
हमारी सहयोगी वेबसाइट WION के अनुसार, ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में स्थित Avesta नाम की एक वेबसाइट का दावा है कि तालिबान ने ताजिकिस्तान के अफगान दूतावास को 8,00,000 डॉलर हस्तांतरित किए, जो भारतीय मुद्रा में लगभग 6 करोड़ रुपये है.
रिपोर्ट के अनुसार, यह धन अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी द्वारा ताजिकिस्तान में शरणार्थी के रूप में रहने वाले बच्चों को स्कूली शिक्षा प्रदान करने में खर्च किया जाना था. गनी के अफगानिस्तान से भागने और काबुल पर तालिबान के कब्जे के बाद वहां की अंतरिम सरकार ने इस डील को रद्द कर दिया था, लेकिन गलती से धनराशि ताजिकिस्तान को स्थानांतरित हो गई. सूत्रों का दावा है कि यह धनराशि कुछ हफ्ते पहले ही ट्रांसफर की गई थी
रिपोर्ट के मुताबिक, जब तालिबान ने ताजिकिस्तान से यह पैसा वापस वापस मांगा, तो उसने इनकार कर दिया और कहा कि यह राशि खर्च कर दी गई है. उसने कहा कि भले ही उसने स्कूल नहीं बनाए, लेकिन यह राशि दूतावास के शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए खर्च की गई है.
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