डीएनए हिंदीः अफगानिस्तान में महिलाओं पर तालिबानी अत्याचार लगातार बढ़ते जा रहे हैं. अब तालिबान अधिकारियों ने नया फरमान जारी कर कॉमन महिला बाथरूम (Common Bathroom) पर रोक लगा दी है. उज्बेकिस्तान (Uzbekistan) की सीमा से लगे उत्तरी बल्ख प्रांत (Province) में महिलाओं के लिए सभी सामान्य बाथरूम को बंद करने की घोषणा की गई है. यह निर्णय धार्मिक विद्वानों और प्रांतीय अधिकारियों द्वारा सर्वसम्मति से लिया गया है.
आदेश के मुताबिक, महिलाएं इस्लामिक हिजाब (Islamic Hijab) का पालन करते हुए केवल निजी स्नान में ही नहा सकती हैं, सामान्य स्नान में नहीं. यानी अब महिलाएं सार्वजनिक बाथरूमों में नहीं नहा सकेंगी. वह अपने निजी बाथरूम में ही नहा सकेंगी और इस दौरान भी उन्हें इस्लामिक हिजाब पहनकर रखना होगा.
डायरेक्टोरेट ऑफ प्रमोशन ऑफ वर्च्यू एंड प्रिवेंशन ऑफ वाइस के मुखिया ने कहा कि यह निर्णय धार्मिक विद्वानों (उलेमा) के परामर्श के बाद लिया गया है. उन्होंने कहा, यह महिला हितों के लिए उठाया गया कदम है ताकि इस्लाम के अनुसार नियम लागू हो सकें.
मुखिया ने कहा, 'चूंकि लोगों के घरों में आधुनिक बाथरूम (Modern Bathroom) नहीं हैं, इसलिए पुरुषों को सामान्य स्नान में जाने की अनुमति है लेकिन महिलाओं को हिजाब का पालन करते हुए निजी स्नान में जाना चाहिए.'
इतना ही नहीं, कम उम्र के लड़कों के लिए भी सामान्य स्नान पर प्रतिबंध है. तालिबानी शासन ने बॉडी मसाज को लेकर भी फरमान जारी किया है. इसके चलते बाथरूम में बॉडी मसाज (Body Massage) भी प्रतिबंधित है.
बता दें कि इससे पहले पश्चिमी हेरात प्रांत में स्थानीय अधिकारियों ने महिलाओं के लिए सामान्य बाथरूम को अस्थायी रूप से बंद कर दिया था.
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