डीएनए हिंदी: इंग्लैंड और वेल्स (England and Wales) में एक नए नियम के अनुसार, स्तनपान कराने वाली महिलाओं की सहमति के बिना सार्वजनिक रूप से उनकी तस्वीरें खींचना अवैध हो गया है.
द गार्जियन की एक रिपोर्ट के अनुसार, जो लोग बिना सहमति के ऐसा करते हुए पकड़े हैं, उन्हें दो साल तक की जेल हो सकती है.
बीते मंगलवार को संसद के समक्ष यह प्रस्ताव रखा गया. इसमें कहा गया कि यह कानून अपराध, सजा और न्यायालय विधेयक का एक हिस्सा होगा. न्याय मंत्रालय द्वारा इसे संशोधन के रूप में शामिल किया गया है.
वहीं मामले के बारे में बात करते हुए न्याय सचिव डॉमिनिक रैब ने कहा, यह कानून ऐसी महिलाओं की मदद के लिए है जिन्हें आत्मसंतुष्टि या उत्पीड़न के उद्देश्यों के चलते परेशान किया जाता है.
रैब ने कहा, 'इस तरह से किसी भी मां को परेशान नहीं किया जाना चाहिए. हम महिलाओं की सुरक्षा, उन्हें सुरक्षित महसूस कराने और उन्हें न्याय प्रणाली में अधिक विश्वास दिलाने के लिए हर संभव प्रयास करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.'
दरअसल बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार, इससे पहले अप्रैल माह में मैनचेस्टर स्थित डिजाइनर जूलिया कूपर ने सार्वजनिक रूप से स्तनपान कराने वाली माताओं की तस्वीरें लेने को अपराध बनाने के लिए एक अभियान शुरू किया था.
महिला ने बताया, 'हाल ही में मैं अपनी बेटी को स्तनपान करा रही थी. इस दौरान पास ही की बेंच पर एक शख्स बैठा हुआ था. मुझे उसकी हरकतें कुछ अजीब लगी. हालांकि इससे पहले मैं कुछ बोल पाती उसने अपना डिजिटल कैमरा निकाला उसमें एक जूम लेंस लगाया और हमारी तस्वीर लेने लगा.
इस घटना के बाद से ही यह कानून लागू करने का प्रयास किया जाने लगा था. वहीं अब इस कानून को महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक ठोस कदम के रूप में देखा जा रहा है.
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