डीएनए हिंदी: सऊदी अरब की एक राजकुमारी और उनकी बेटी को 3 साल बाद रिहा कर दिया गया है. दोनों को बिना किसी अपराध के पिछले 3 साल से जेल में रखा गया था. शाही परिवार की सदस्य 57 साल की बासमा बिन्त सऊद (Basma bint Saud) और उनकी बेटी की रिहाई की जानकारी एक मानवाधिकार समूह ने दी है. बासमा को स्वास्थ्य आधार पर जेल से रिहा किया गया है.
जेल में नहीं मिली सुविधाएं
ALQST फॉर ह्यूमन राइट्स ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी. समूह ने कहा, ‘बासमा बिन्त सऊद अल सऊद और उनकी बेटी सुहौद (Suhoud) को रिहा कर दिया गया है.’ मानवाधिकार समूह ने कहा, कि खराब सेहत के बाद भी उन्हें जरूरी मेडिकल सुविधाएं नहीं दी गई थीं. हिरासत के दौरान किसी भी समय उनके खिलाफ कोई आरोप नहीं लगाया गया था.
शाही परिवार के कई सदस्यों को हिरासत में लिया जा चुका है
बता दें कि सऊदी में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है. शाही परिवार के कई और सदस्यों को भी हिरासत में रखने या नजरबंद करने की कई घटनाएं हो चुकी हैं. राजकुमारी बासमा को 2019 में उस वक्त गिरफ्तार किया गया था जब वह इलाज के लिए स्विट्जरलैंड जाने वाली थीं.
महिला अधिकारों के लिए मुखर रही हैं बासमा
बासमा के बारे में कहा जाता है कि वह सऊदी के सुधारवादी धड़े से हैं. उन्हें महिला अधिकारों का समर्थक भी माना जाता है. उन्हें अल-हेयर जेल में रखा गया था. इस जेल में कई और राजनीतिक बंदियों को रखा गया है. संयुक्त राष्ट्र में दी गई लिखित गवाही में राजकुमारी के परिवार ने कहा था कि उनकी नजरबंदी इसलिए की गई क्योंकि वह मुखर थीं.
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