डीएनए हिंदी: रूस-यूक्रेन के बीच भयंकर युद्ध (Russia-Ukraine War) जारी है और रूसी सेना (Russian Army) लगातार यूक्रेन के रिहायशी इलाकों पर भी बमबारी कर रही है. ऐसे में अब यूक्रेन के Lviv स्थित अर्मेनियाई कैथेड्रल से ईसा मसीह की प्रतिमा (Sculpture of Jesus Christ) को निकालकर किसी अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है. खास बात यह है कि इससे पहले यह मूर्ति द्वितीय विश्व युद्ध (World War II) के दौरान छिपाई गई थी और रूस की तरफ से जारी भारी बमबारी के चलते अब यूक्रेन को इसे द्वितीय विश्व युद्ध के बाद एक बार फिर छिपाना पड़ा है.
द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान छिपाई गई थी मूर्ति
दरअसल, ईसा-मसीह की इस मूर्ति को छिपाने को लेकर पूर्वी यूरोपीय मीडिया संगठन NEXTA ने मंगलवार को बताया कि रूसी हमलों के बीच यूक्रेन ने Lviv शहर में स्थित अर्मेनियाई कैथेड्रल से यीशु की प्रतिमा को हटा लिया गया है. अधिकारियों ने इस प्रतिमा को किसी अज्ञात स्थान पर छिपा दिया है. आखिरी बार ईसा मसीह की इस प्रतिमा को द्वितीय विश्व युद्ध (World War II, 1939-1945) के दौरान चर्च से बाहर निकालकर छिपाया गया था.
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यूक्रेन ने किया बड़ा दावा
खास बात यह है कि रूस से युद्ध के दौरान अब एक यूक्रेनी सांसद के हिरासत में लिए जाने की खबरे हैं. यह दावा किया गया है कि शेवचेंको उस समय हिरासत में ले लिया गया जब वह देश छोड़कर भागने की फिराक में थे. यूक्रेनी सरकार के आदेशानुसार, शेवचेंको को देश छोड़ने का कोई अधिकार नहीं है क्योंकि अनिवार्य सैनिक सेवा के अनुसार उनकी उम्र युद्ध लड़ने की है.
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वहीं दूसरी ओर यूक्रेन का दावा है कि उसकी सेना ने रूसी सेना के मेजर जनरल को मार गिराया है. यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि युद्ध में मेजर जनरल विताली गेरासिमोव की मौत हो गई है. हालांकि, रूस की ओर से अभी तक इस बारे में कोई बयान नहीं आया है.
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