डीएनए हिंदी: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पूर्वी यूक्रेन के 2 अलग-अलग क्षेत्रों को स्वतंत्र देश की मान्यता दे दी है. अमेरिकी धमकियों और वैश्विक दबाव के बाद भी रूस अपनी आक्रामकता से पीछे नहीं हट रहा है. ऐसे में यह सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या यूक्रेन का विघटन हो सकता है या क्रीमिया की ही तरह रूस इन इलाकों पर भी कब्जा कर लेगा.
यूक्रेन के राषट्रपति ने दी संबंध तोड़ने की धमकी
रूस के 2 इलाकों को मान्यता देने से यूक्रेन, अमेरिका समेत यूरोपीय देश आग बबूला हैं. रूस के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने तो खुले तौर पर कहा है कि यूक्रेन इस घटना के बाद रूस के साथ संबंध तोड़ने पर विचार करेगा. यूक्रेन के दो इलाकों डोनेट्स्क और लुहान्स्क को स्वघोषित पीपुल्स रिपब्लिक की मान्यता देने पर पश्चिमी देश बेहद नाराज हैं. अमेरिका और कई यूरोपीय देशों ने तीखी प्रतिक्रिया भी दी है. यूरोपीय यूनियन, ब्रिटेन और अमेरिका ने रूस पर नए प्रतिबं लगाने की तैयारी में हैं. ब्रिटिश स्वास्थ्य मंत्री साजिद जाविद ने यूक्रेन पर रूस का आक्रमण करार दिया है.
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क्रीमिया वाला इतिहास दोहराया जाएगा?
रूस ने 2014 में यूक्रेन के क्रीमिया पर कब्जा कर लिया था. इसके बाद से ही दोनों देशों में तनाव बरकरार है. क्रीमिया पर हमले के लिए अमेरिका ने रूस पर कई प्रतिबंध लगा दिए थे. उस समय भी यूक्रेन और रूस के बीच जंग जैसे हालात बने थे लेकिन बिना जंग के ही रूस ने क्रीमिया को कब्जा लिया था. 18 मार्च 2014 को रूस ने क्रीमिया को औपचारिक तौर पर मिला लिया था.
डोनेट्स्क और लुहान्स्क पर भी कब्जा करेगा रूस?
डोनेट्स्क और लुहान्स्क को सम्मिलित रूप से डोनबास क्षेत्र के नाम से जाना जाता है. ये पूर्वी यूक्रेन में आने वाले इलाके हैं. इस इलाके में रूस के समर्थन वाले अलगाववादियों का कब्जा है. ये इलाके 2014 से ही यूक्रेनी सरकार के नियंत्रण से बाहर हैं और खुद को स्वतंत्र पीपुल्स रिपब्लिक घोषित किया हुआ है. इन इलाकों को रूस और बेलारूस ने ही मान्यता दी है. यूक्रेन का आरोप है कि डोनबास क्षेत्र में जारी संघर्ष में अबतक 15000 लोगों की मौत हो चुकी है. रूस खुद को इस संघर्ष का एक पक्ष बताए जाने से इनकार करता रहा है.
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