डीएनए हिंदी: पंजाब के मुख्यमंत्री चुनाव में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख इमरान खान (Imran Khan) को बड़ा झटका लगा है. प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बेटे हमजा शरीफ ने पीटीआई के उम्मीदवार परवेज इलाही को हरा दिया है. हमजा शरीफ फिर से पंजाब के मुख्यमंत्री चुने गए हैं. इस बीच इमरान समर्थकों ने कराची समेत कई शहरों में सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया.
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में नया मुख्यमंत्री चुनने के लिए विधानसभा का सत्र तीन घंटे की देरी से शुरू हुआ. सत्ता से बेदखल पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ने सरकार पर सत्र में अनावश्यक देरी का आरोप लगाते हुए कहा कि वह मामले को सुप्रीम कोर्ट में उठाएगी. इमरान खान समर्थकों का आरोप है कि पीएम शहबाज शरीफ ने पंजाब चुनाव में धांधली कराई है. पंजाब विधानसभा के डिप्टी स्पीकर के फैसले के विरोध में PTI समर्थकों ने इस्लामाबाद, कराची, लाहौर, मुल्तान और पेशावर में भारी विरोध प्रदर्शन किया और मांग की कि इसकी जांच होनी चाहिए.
यह भी पढ़ें- Salman Khan की जान को खतरा! Mumbai Police Commissioner से इसलिए की मुलाकात
PTI के विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग
बता दें कि सत्ताधारी गठबंधन की ओर से प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के बेटे हमजा शहबाज मुख्यमंत्री उम्मीदवार थे, जबकि इमरान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ(पीटीआई) पार्टी नीत गठबंधन की ओर से चौधरी परवेज इलाही मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया गया था. 368 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में विपक्षी दलों के गठबंधन पीटीआई और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (कायदेआजम) के 187 विधायक थे और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) नीत सत्ताधारी गठबंधन के सिर्फ 179 विधायक थे. लेकिन इमरान के कुछ विधायकों ने पाला बदल लिया और क्रॉस वोटिंग करते हुए हमजा शरीफ के समर्थन में वोट डाला.
यह भी पढ़ें- Shubman Gill को देख लोग क्यों कह रहे अब पाकिस्तानी बल्लेबाज़ Babar Azam की खैर नहीं
सुप्रीम कोर्ट ने दिया था चुनाव का आदेश
पीटीआई के 25 विधायकों को हमजा शहबाज को वोट देने के लिए अयोग्य घोषित किए जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 22 जुलाई को पंजाब के मुख्यमंत्री के चुनाव का आदेश दिया था. इससे पहले पीटीआई के विधायक विजय चिन्ह दिखाते हुए पंजाब विधानसभा पहुंचे. सत्र की शुरुआत में, पीएमएल-एन के रजा सगीर को शपथ दिलाई गई, जिन्होंने हाल ही में हुए पंजाब उपचुनाव के दौरान रावलपिंडी की पीपी -7 सीट जीती थी. हालांकि, शपथ को एक सदस्य ने चुनौती देते हुए तर्क दिया था कि सगीर अपने वोट का इस्तेमाल नहीं कर सकते क्योंकि पाकिस्तान के चुनाव आयोग (ECP) ने अभी तक उनकी नियुक्ति को अधिसूचित नहीं किया था.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments

सांकेतिक तस्वीर
Pakistan: हमजा शरीफ फिर चुने गए पंजाब के मुख्यमंत्री, विरोध में सड़कों पर उतरे लोग