डीएनए हिंदी: यूक्रेन पर हमले के बाद पिछले 5 दिनों से संघर्ष जारी है. इस बीच आज बेलारूस में दोनों देशों के प्रतिनिधियों की मुलाकात और वार्ता हुई है. बातचीत खत्म होने के बाद आधिकारिक बयान में कहा गया कि कुछ बातों पर सहमति हो सकती है. इन मुद्दों पर चर्चा के लिए जल्द प्रतिनिधि दोबारा मिलेंगे. रूस की तरफ से पूर्व संस्कृति मंत्री व्लादिमीर मेंडिस्की ने हिस्सा लिया था जबकि यूक्रेन की ओर से रक्षा मंत्री एलेक्सी रेजनिकोव शामिल हुए थे.
तय समय से देरी से हुई बातचीत
पहले बातचीत बेलारूस की राजधानी में होनी तय की गई थी लेकिन यूक्रेन के विरोध के बाद जगह बदलनी पड़ी थी. अब तक मिली जानकारी के अनुसार, बैठक तय समय से काफी देरी से शुरू हुई थी. रूसी मीडिया का आरोप है कि यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडल बातचीत की जगह पर काफी देर से पहुंचा था. फिलहाल बातचीत की ज्यादा डिटेल बाहर नहीं आई है. स्पूतनिक के अनुसार, रूस ने स्पष्ट किया है कि मॉस्को की मंशा यूक्रेन पर कब्जा करने की नहीं हैं.
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बेलारूस में दोनों देशों ने की पहले दौर की बातचीत
सोमवार को फुटेज में दो यूक्रेनी हेलीकॉप्टरों को सीमा के करीब गोमेल क्षेत्र में आते हुए दिखाया गया था. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के कार्यालय ने कहा कि कीव के प्रतिनिधिमंडल में रक्षा मंत्री एलेक्सी रेजनिकोव, सत्ताधारी सर्वेंट ऑफ द पीपल गुट के प्रमुख डेविड अरखामिया और उप विदेश मंत्री निकोले तोचिट्स्की के अलावा कई दूसरे वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं. बयान में यह भी कहा गया है कि इस बातचीत का मुख्य लक्ष्य तत्काल युद्धविराम और देश से रूसी सैनिकों की वापसी है. रूसी राष्ट्रपति कार्यालय क्रेमलिन के प्रेस सचिव दिमित्री पेसकोव ने कहा कि मास्को ने कीव के प्रतिनिधियों के साथ वार्ता से पहले अपनी स्थिति की घोषणा इसलिए नहीं की क्योंकि वह वार्ता को गोपनीय रखना चाहता है.
बातचीत से हल की उम्मीद पूरी दुनिया को
रूस और यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष का असर दुनिय भर पर परोक्ष रूप से पड़ रहा है. दुनिया के कई देशों में लगातार प्रदर्शन हो रहे हैं और संघर्ष को रोकने की मांग की जा रही है. इस बीच बेलारूस में हुई बातचीत के बाद पूरी दुनिया उम्मीद कर रही है कि कोई न कोई रास्ता जरूर निकलेगा. बता दें कि भारत भी लगातार बातचीत के जरिए मामला सुलझाने की मांग कर रहा है.
यूएन में शुरू हुआ 11वां सत्र
इस बीच संयुक्त राष्ट्र महासभा का 11वां विशेष सत्र शुरू हो चुका है. इस सत्र में यूक्रेन संकट पर चर्चा होगी. इस बैठक में UNSC के पांचो स्थायी सदस्यों में से कोई भी वीटो का अधिकार प्रयोग नहीं कर सकते है. बैठक की शुरूआत में 1 मिनट का मौन युद्ध में मारे गए सैनिकों औ नागरिकों के लिए रखा गया है.
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