डीएनए हिंदी: Ukraine में रह रहे भारतीय बच्चों को सुरक्षित भारत लाने के लिए इंतजाम शुरू हो चुके हैं. भारतीय दूतावास ने एक एडवाइजरी जारी की है. केंद्र सरकार और भारतीय दूतावास रोमानिया और हंगरी के रास्ते भारतीयों को वापस लाने पर काम कर रहा है. इस बीच यूक्रेन की अलग-अलग यूनिवर्सिटीज से छात्रों को सुरक्षित जगह ले जाने का इंतजाम किया जा रहा है.
यूक्रेन की Vinnytsia National medical College ने छात्रों के लिए बस की सुविधा उपलब्ध करवाई. इस बस ने बच्चों को कुछ देर छोड़ा इसके बाद आगे के रास्ते वह पैदल आगे बढ़े. वहां के एक छात्र ने बताया कि इस बस के जरिए बच्चों को हॉस्टल से दूसरी जगह ले जाया जा रहा है लेकिन बस दूर ही छोड़ देती है. वहां से बहुत चल कर जाना पड़ता है.
रेलवे स्टेशन पर दिख रही है अफरा-तफरी
यूक्रेन के Center Ranoke रेलवे स्टेशन पर लोगों की काफी भीड़ नजर आ रही है. लोग अपनी सुरक्षा के लिए बिल्डिंग की बेसमेंट में रह रहे हैं. यही वजह है कि लोग रेलवे स्टेशन और दूसरे बेसमेंट में इकट्ठे हो रहे हैं. यूनिवर्सिटी और कॉलेज भी हॉस्टल में रह रहे छात्रों के लिए बेसमेंट में इंतजाम कर रहे हैं.
इस मसले पर क्या कहना है दुनिया के देशों का?
यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था रूस ने युद्ध चुना है. चीन के विदेश मंत्री ने चीन के हमले को यूक्रेन में INVASION नहीं माना है और उम्मीद जताई है कि यूक्रेन और रूस बातचीत करेंगे. यूनाइटेड किंगडम के पीएम बोरिस जॉनसन ने रूस के हमले को क्रूर और घिनौना बताया है. फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने रूस पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है. यूरोपिय यूनियन ने रूस के हमले की निंदा करते हुए रूस पर प्रतिबंध लगाए हैं. भारत के पीएम ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत के जरिए हल निकालने की अपील की है.
इनपुट: निकिता शुक्ला
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