डीएनए हिंदी: पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अपने देश को संबोधित करेंगे. पाकिस्तान की मीडिया ने गृह मंत्री शेख राशिद अहमद के हवाले से यह जानकारी दी. पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार, इमरान खान अपने देश की जनता को यह विश्वास दिलाने की कोशिश करेंगे कि उनकी सरकार को गिराने के उद्देश्य को लेकर 'विदेशी साजिश' रची गई है.
PM Imran Khan will address the nation today: Pakistan media quotes its Interior Minister Sheikh Rashid Ahmed as saying
— ANI (@ANI) March 30, 2022
फवाद चौधरी बोले- इस्तीफा नहीं देंगे इमरान
हालांकि पाकिस्तानी मीडिया पर इमरान खान सरकार के अल्पमत में होने की बातें कहीं जा रही है और संबोधन के बाद इमरान खान के इस्तीफे की अटकलें लगाई जा रही है. लेकिन इमरान सरकार में मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि इमरान खान ऐसे खिलाड़ी हैं जो आखिरी गेंद तक लड़ते हैं. कोई इस्तीफा नहीं होगा. मैच होगा जिसे दोस्त और दुश्मन दोनों देखेंगे.
इमरान ने बुलाया कैबिनेट का विशेष सत्र बुलाया
संकट से घिरे इमरान खान ने बुधवार को संघीय कैबिनेट का विशेष सत्र बुलाया है. यह सत्र सत्ताधारी गठबंधन के सदस्य दल एमक्यूएम-पी के दो मंत्रियों के इस्तीफा देने के बाद बुलाया गया. रिपोर्ट के मुताबिक, मंत्रियों ने इस्तीफा अपनी पार्टी के इस ऐलान के बाद दिया कि वह प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करेगी.
सूत्रों के मुताबिक विशेष सत्र में मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (एमक्यूएम-पी) और बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) के सांसदों को निचले सदन में अपने पक्ष में करने के मकसद से मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा की जाएगी. निचले सदन में एमक्यूएम-पी के पास सात सांसद हैं, जबकि बीएपी के पास पांच सांसद हैं.
गुरुवार को होगी अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा
अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के लिए नेशनल असेंबली के सत्र का आयोजन गुरुवार को होगा. इमरान खान को सरकार बचाने के लिए 342 सदस्यीय संसद (नेशनल असेंबली) में 172 मत की जरूरत पड़ेगी. एमक्यूएम-पी के नेता फैजल सब्जवाडी ने बुधवार को कहा कि संयुक्त विपक्ष के साथ उसका समझौता हो चुका है. 69 वर्षीय इमरान खान की पार्टी पीटीआई के सदन में 155 सांसद हैं. इमरान को करीब दो दर्जन सांसदों की बगावत और सहयोगी दलों की चुनौतियों का भी सामना करना पड़ रहा है.
अविश्वास प्रस्ताव पर अपने सांसदों से ये बोले इमरान खान
पाकिस्तान में अपनी कुर्सी बचाने की कोशिशों में जुटे प्रधानमंत्री इमरान खान ने मंगलवार को अपनी पार्टी के सांसदों को उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान वाले दिन इसमें अनुपस्थित रहने, या उस दिन नेशनल असेंबली के सत्र में भाग नहीं लेने की मंगलवार को सख्त हिदायत दी.
पढ़ें- मुख्य सहयोगी पार्टी MQM ने छोड़ा साथ, क्या गिर जाएगी Pakistan की इमरान सरकार?
जियो न्यूज की खबर के मुताबिक, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) सांसदों को लिखे एक पत्र में प्रधानमंत्री खान ने कहा, "नेशनल असेंबली में पीटीआई (उनकी पार्टी) के सभी सदस्य मतदान से दूर रहें/उस दिन नेशनल असेंबली की बैठक में शामिल नहीं हों जब उक्त प्रस्ताव पर मतदान कराया जाएगा."
पढ़ें- Covid 4th wave : दुनिया में तेजी से बढ़ रहे मामले, चीन समेत इन देशों में सबसे ज्यादा असर
उन्होंने कहा कि सभी सदस्य पूरी तरह से उनके निर्देशों का पालन करें और "पाकिस्तान के संविधान के अनुच्छेद 63(ए) के प्रावधान के पीछे की मंशा" को ध्यान में रखें. पाकिस्तान के इतिहास में आज तक किसी भी प्रधानमंत्री को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए सत्ता से बेदखल नहीं किया गया है और इमरान खान इस चुनौती का सामना करने वाले तीसरे प्रधानमंत्री हैं. पाकिस्तानी संसद के निचले सदन में इस प्रस्ताव पर गुरुवार को चर्चा होगी.
गूगल पर हमारे पेज को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें. हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.
- Log in to post comments