डीएनए हिंदी: सर्च इंजन Google को नई कानूनी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. अमेरिका की द वॉल स्ट्रीट जनरल में प्रकाशित रिपोर्ट में कंपनी पर गुमराह करने का आरोप लगाया गया है. स्टेट अटॉर्नी जनरल की ओर से दायर कानूनी हलफनामे में, Google पर प्रकाशकों और विज्ञापनों को गुमराह करने का गंभीर आरोप लगाया गया है. 

Google पर सीक्रेट प्रोग्राम के जरिए धांधली का आरोप 
कानूनी हलफनामे के अनुसार, Google ने सालों तक विज्ञापन देने वालों और प्रकाशकों को धोखे में रखा. कंपनी की प्रक्रिया में कुछ सीक्रेट प्रोग्राम मौजूद रहे हैं. इनकी वजह से कुछ कंपनियों की सेल कम दिखती है. इस वजह से विज्ञापनदाताओं को विज्ञापन के बदले ज्यादा कीमत चुकानी पड़ती है. 

Google प्रक्रिया की झोल से करता रहा ज्यादा कमाई
प्रक्रिया में इस कमी का फायदा सीधे Google को मिलता था. पब्लिशर्स को दिखने वाली कीमत और विज्ञापन देने वालों को जो कीमत चुकानी पड़ती है दोनों में अंतर रहता है. कीमतों के इस अंतर का फायदा सीधे Google को मिलता रहा है. इसके अलावा, रिपोर्ट में दावा किया गया है कि इस प्रक्रिया में बने पैसों का इस्तेमाल Google भविष्य में कीमतें बढ़ाने और मार्केट पर अपना एकतरफा राज कामय करने के लिए भी करता रहा है. 

कंपनी के आंतरिक दस्तावेज किए पेश
इन आरोपों को साबित करने के लिए रिपोर्ट में कंपनी के अंदर के कुछ दस्तावेज भी जारी किए गए हैं. Google के कुछ कर्मचारियों ने भी आपस में इस तरह की बात की है कि इससे कंपनी को अपना बिजनेस बढ़ाने में काफी मदद मिली है. 

कंपनी ने सारे आरोपों से किया इनकार 
Google की ओर से भी इस पर प्रतिक्रिया दी गई है. कंपनी की ओर से दिए बयान में कहा गया है कि पेश किए दस्तावेज पूरी जानकारी नहीं देते हैं. बिडिंग प्रक्रिया पूरी तरह से पारदर्शी है और सभी पक्षों को इसकी पूरी जानकारी रहती है.

Url Title
Google misled publishers and advertisers for years about the pricing
Short Title
Google पर विजापन देने वालों को गुमराह कर कमाई का आरोप, दिखाए दस्तावेज
Article Type
Language
Hindi
Page views
1
Embargo
Off
Image
Image
Google
Date updated
Date published