डीएनए हिंदी: यूक्रेन संकट के बीच अब तक अमेरिका, भारत समेत कई देश अपने नागरिकों को यूक्रेन छोड़ने का निर्देश जारी कर चुके हैं. इस बीच जर्मनी के विदेश विभाग ने आज अपने नागरिकों को तत्काल यूक्रेन छोड़ने का निर्देश दिया है. जर्मनी के इस निर्देश के बाद से युद्ध को लेकर संकट और भी गहराता नजर आ रहा है. रूस और यूक्रेन के बीच जारी विवाद में जर्मनी और फ्रांस ही मध्यस्थता कर रहे हैं.
अमेरिका, यूरोप के कई देशों ने नागरिकों को वापस बुलाया
यूक्रेन सीमा पर रूस की आक्रामकता देखकर अमेरिका और यूरोप के कई देशों ने अपने नागरिकों को वापस स्वदेश लौटने का निर्देश दिया है. अब जर्मनी ने भी तत्काल यूक्रेन छोड़ने की सलाह नागरिकों को दी है. अमेरिका, कनाडा, नॉर्वे जैसे देश पहले ही यह निर्देश दे चुके हैं. यूक्रेन में अमेरिका ने दूतावास के कर्मचारियों और परिवार को भी वापस बुला लिया है.
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बाइडेन हमले की आशंका जता चुके हैं
रूस का रुख यूक्रेन को लेकर आक्रामक है. इस बीच शुक्रवार और शनिवार को यूक्रेन में धमाकों की आवाज भी सुनी गई थी. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन बार-बार दावा कर रहे हैं कि मॉस्को कभी भी हमला कर सकता है. बाइडेन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा है कि हम रूस की तैयारियों के बारे में बार-बार बता रहे हैं. हम विवाद को बढ़ाने के लिए ऐसा नहीं कर रहे हैं. हम नहीं चाहते कि रूस, यूक्रेन पर किए जाने वाले हमले को सही ठहराए और यूक्रेन के विकास की रफ्तार थमे.
भारत सरकार भी नागरिकों की सुरक्षित वापसी में जुटी
भारत ने भी यूक्रेन से नागरिकों को वापस लौटने का निर्देश दिया है. यूक्रेन में 18,000 छात्र मेडिकल और इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं. एयर इंडिया ने भारतीयों को सुरक्षित वापस लाने के लिए विशेष फ्लाइट सेवा शुरू करने का भी फैसला लिया है. विदेश विभाग और नागरिक उड्डयन मंत्रालय इस मिशन को पूरा करने के लिए जुटा हुआ है.
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