डीएनए हिंदी: अल सल्वाडोर कांग्रेस के अध्यक्ष अर्नेस्टो कास्त्रो ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार को सल्वाडोर के लोगों के जीवन की रक्षा करने और आपराधिकता का सामना करने की अनुमति देगा. अल सल्वाडोर में 2021 के दौरान 1,140 हत्याएं दर्ज की गई थी. दुनिया भर में यह देश हत्या और अपराधों की वजह से कुख्यात है.
इस देश में परिस्थितियां बेहद मुश्किल
राष्ट्रपति ने ऐलान किया है कि आपातकाल के दौरान लोगों के नागरिक अधिकारों को निलंबित कर दिया गया है. शांति-व्यवस्था बहाल करने के लिए पूरे देश में सेना की तैनाती कर दी गई है. जनसंख्या के हिसाब से अल सल्वाडोर में सबसे अधिक संख्या में लोगों की हत्याएं हो रही है. इस शनिवार को ही देश में 62 लोगों की हत्या की गई थी. स्थितियों को बेकाबू होता देख संसद को आपातकाल की मंजूरी देनी पड़ी है.
पढ़ें: Taliban सरकार महिलाओं को घर में कैद करने के लिए रोज़ ला रही फरमान,पढ़कर होगी आपको हैरानी
संघर्ष भरा इतिहास रहा है
अल सल्वाडोर में 2021 के दौरान 1,140 हत्याएं दर्ज की गई थी. इस छोटे से देश में प्रति 100,000 निवासियों पर औसतन 18 मौतों का आंकड़ा है. अल सल्वाडोर 1992 तक गृह युद्ध की वीभीषिका से जूझ रहा था. अब बढ़ती हत्याओं ने सरकार को परेशान कर रखा है. देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रदर्शन और विरोध की खबरें भी आती रहती हैं.
आपातकाल में बेहद सख्ती बरती जा रही है
लगभग 65 लाख की आबादी वाले अल सल्वाडोर में दुनिया में सबसे ज्यादा हत्याएं होती हैं. 2015 में अल सल्वाडोर में प्रति 100000 लोगों पर 103 हत्याएं दर्ज की गई थी. यह आंकड़ा आबादी के हिसाब से दुनिया में सबसे अधिक है. आपातकाल के कारण पूरे देश में भीड़ इकट्ठा करने और सभाओं के लिए लोगों को जुटाने पर प्रतिबंध लग गया है. आपातकाल में किसी भी नागरिक को बिना कोर्ट में पेश किए 72 घंटे से अधिक समय तक प्रशासनिक हिरासत में रखा जा सकता है.
गूगल पर हमारे पेज को फॉलो करने के लिए यहां क्लिक करें. हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.
- Log in to post comments