डीएनए हिंदी: जापान से चिंताजनक खबर सामने आई है. जापान के टोक्यो में मंगलवार को जब क्वॉड समिट (QUAD SUMMIT) में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi), अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden), ऑस्ट्रेलियाई पीएम एंथनी अल्बानीज, जापानी पीएम फुमियो किशिदा बैठक कर रहे थे उसी वक्त रूस और चीन के फाइटर जेट्स जापानी सीमा के करीब उड़ान भर रहे थे. ये फाइटर जेट्स संयुक्त रूप से जापान सागर और पूर्वी चीन सागर के ऊपर जापानी सीमा के करीब उड़ान भर रहे थे.
जापानी रक्षा मंत्री नोबुओ किशी ने बताया कि हमने चीन के सामने गंभीर चिंता व्यक्त की है. जब हम इंडो-पैसिफिक रीजन की सिक्योरिटी को लेकर ऑस्ट्रेलिया, भारत और अमेरिका के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक कर रहे थे उस वक्त हमारी सीमा के करीब ऐसी हरकत चिंताजनक है.
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नोबुओ किशी ने कहा कि लड़ाकू विमानों ने हमारी सीमा क्षेत्र का उल्लंघन नहीं किया लेकिन नवंबर के बाद यह चौथी घटना है. ऐसा आज चौथी बार हुआ जब रूस और चीन के लड़ाकू विमानों ने हमारी सीमा के करीब उड़ान भरीं.
किशी ने बताया कि 2 चीनी और 2 रशियन बॉम्बर्स ने साथ में हमारी हवाई सीमा के करीब पूर्वी चीन सागर ऊपर चक्कर लगाया. यही नहीं मंगलवार को जासूसी करने वाले एक रूसी प्लेन ने भी उड़ान भरी. नोबुओ कहा कि क्वॉड समिट के दौरान चीन और रूस की यह हरकत भड़काने वाली है.
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गौरतलब है कि क्वॉड लीडर्स ने मंगलवार को कहा कि वे जबरन किसी भी तरह के कार्रवाई का विरोध करते हैं. हालांकि, उन्होंने सीधे रूस या चीन का नाम नहीं लिया.
ध्यान रहे कि हाल ही में रूस ने यूक्रेन पर हमला बोला है. वहीं चीन पूरे इंडो-पैसिफिक रीजन में आक्रामक रूख अपनाए हुए है. चीन लंबे समय से ताइवान को अपना अभिन्न अंग बताता रहा है. ताइवान मुद्दे को लेकर चीन और अमेरिका के संबंध बेहद तनावपूर्ण हैं।
जापान का रूस, चीन और साउथ कोरिया के साथ सीमा विवाद लंबे समय से चल रहा है। भारत के साथ भी चीन का सीमा विवाद चल रहा है. सिर्फ यही देश नहीं पूरी दुनिया के चीन के आक्रामक नीति से परेशान है.
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इधर चल रही थी QUAD SUMMIT, उधर मंडरा रहे थे चीनी-रूसी लड़ाकू विमान