डीएनए हिंदी: World News in Hindi- कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भारत विरोधी तेवर एक ही दिन में ढीले पड़ गए हैं. सोमवार को अपनी संसद में भारत पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर हमला बोलने वाले ट्रूडो का अंदाज मंगलवार को बदला हुआ दिखा. निज्जर की हत्या के संदेह में ट्रूडो की तरफ से भारतीय राजनयिक को निष्कासित किए जाने के बाद भारत ने भी करारा जवाब दिया था. साथ ही कनाडाई राजनयिक को 5 दिन में भारत छोड़ने के आदेश दिए थे. इस सख्त जवाब के चलते मंगलवार को ट्रूडो ने अपने तेवर नरम करते हुए कहा कि हम भारत को उकसाना नहीं चाहते. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रूडो ने कहा, सिख आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और भारत सरकार के 'एजेंटों' के बीच 'गहन लिंक' का आरोप लगाकर हम भारत को उकसाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं. बता दें कि निज्जर की हत्या 18 जून को कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर की गई थी. निज्जर खालिस्तान टाइगर फोर्स (Khalistan Tiger Force) का चीफ था, जो भारत में प्रतिबंधित है. इस हत्या के पीछे उसी समय भारत सरकार का हाथ होने के आरोप सिख अलगाववादी संगठनों ने लगाए थे.
'भारत सरकार गंभीरता से ले यह मामला'
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जस्टिन ट्रूडो ने मंगलवार को कहा, सिख अलगाववादी नेता की हत्या का लिंक भारत सरकार के एजेंटों से जुड़े होने की बात कहकर कनाडा भारत को उकसाने की कोशिश नहीं कर रहा है, लेकिन हम चाहते हैं कि भारत इस मुद्दे को ठीक तरीके से हैंडल करे. भारत सरकार को यह मामला बेहद गंभीरता से लेना चाहिए. हम ऐसा ही कर रहे हैं. हम उकसाने या इसे (विवाद को) आगे बढ़ाने के बारे में नहीं सोच रहे हैं.
ट्रूडो ने लगाया था कनाडा की संप्रभुता के उल्लंघन का आरोप
इससे पहले सोमवार को कनाडा की संसद में जस्टिन ट्रूडो ने हरदीप सिंह निज्जर को कनाडाई नागरिक बताया था. साथ ही कहा था कि कनाडा के नागरिक की हत्या उसी की सरजमीं पर करने में विदेशी सरकार का शामिल होना बर्दाश्त नहीं करेंगे. यह हमारी संप्रभुता का उल्लंघन है, जो मान्य नहीं होगा. इसके बाद कनाडा ने भारत के एक शीर्ष राजनयिक को भारतीय खुफिया एजेंसी Raw का एजेंट बताते हुए देश छोड़ने का आदेश दिया था.
भारत ने किया था पलटवार, दिखाया था ट्रूडो को आईना
कनाडाई पीएम के इस कदम के बाद भारत ने भी पलटवार किया था. विदेश मंत्रालय ने कनाडा के आरोपों को कड़ा जवाब दिया था. मंत्रालय ने कहा, कनाडा में हिंसा में भारत सरकार के शामिल होने का आरोप बेतुका और प्रायोजित है. ऐसे निराधार आरोप लगाकर कनाडा में आश्रय पाने वाले खालिस्तानी आतंकियों से ध्यान हटाने की कोशिश की जा रही है. ऐसे लोग भारत की संप्रभुता और अखंडता के लिए खतरा बने हुए हैं और कनाडाई सरकार लंबे समय से इनके खिलाफ निष्क्रिय है, जो बेहद चिंता की बात है. कनाडा सरकार को अपनी जमीन पर एक्टिव भारत विरोधी तत्वों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
एक ही दिन में ढीले पड़े कनाडा के पीएम के तेवर, ऐसे बात करने लगे जस्टिन ट्रूडो