Bangladesh Crisis: बांग्लादेश में हिंसक राजनीतिक संघर्ष के बीच जान बचाने के लिए भागकर भारत आईं पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें और बढ़ गई हैं. भारत में सरकारी सेफ हाउस में रहकर यूरोपीय देशों में राजनीतिक शरण लेने की कोशिश कर रहीं हसीना का राजनयिक दर्जा बांग्लादेश की नई सरकार ने छीन लिया है. मोहम्मद यूनुस की सरकार ने शेख हसीना के साथ ही उनकी कैबिनेट में मंत्री पद पर रहे सभी लोगों और उनकी पार्टी अवामी लीग के सभी सांसदों के लाल पासपोर्ट रद्द कर दिए हैं. इसके लिए आदेश जारी कर दिया गया है. अब इन सभी को सामान्य पासपोर्ट के लिए आवेदन करने को कहा गया है. बांग्लादेश के गृह मंत्रालय के सुरक्षा विभाग ने ज़ी मीडिया के बांग्लादेश संवाददाता से इस मामले की पुष्टि की है. यह कार्रवाई होने का मतलब है कि शेख हसीना के लिए अब भारत छोड़कर किसी दूसरे देश की यात्रा करना आसान नहीं होगा. उधर, शेख हसीना के खिलाफ बांग्लादेश में एक के बाद एक मुकदमे दर्ज होने का दौर भी जारी है. पूर्व प्रधानमंत्री के खिलाफ हत्या के 5 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जिसके बाद अब 5 अगस्त को उनकी सरकार के तख्तापलट के बाद से दर्ज हुए मुकदमों की संख्या बढ़कर 49 हो गई है.
सामान्य पासपोर्ट भी इस नीति के तहत होंगे जारी
बांग्लादेश के गृह मंत्रालय ने यह भी कहा है कि मौजूदा संदर्भ को ध्यान में रखकर शेख हसीना और उनके साथियों के लिए सामान्य पासपोर्ट जारी करने की नीति भी तय की गई है. इस नीति के तहत गृह मंत्रालय का सुरक्षा व सेवा विभाग राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने और सरेंडर करने के आधार पर सामान्य पासपोर्ट जारी करेगा. नई नीति में कहा गया है,'पूर्व प्रधानमंत्री, उनके सलाहकार, पूर्व कैबिनेट सदस्य, हाल ही में समाप्त हुई बांग्लादेश की राष्ट्रीय संसद के सभी सदस्यों सहित सभी व्यक्ति, जिन्हें किसी भी पद पर रहने के कारण राजनयिक पासपोर्ट के लिए पात्र माना जाता है, उनके राजनयिक पासपोर्ट और उनके जीवनसाथी उक्त पद पर उनकी नियुक्ति या कार्यकाल समाप्त होने पर रद्द कर दिए गए हैं. इन व्यक्तियों में से जो भी साधारण पासपोर्ट के लिए आवेदन करेगा, उसके पक्ष में कम से कम दो जांच एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर साधारण पासपोर्ट जारी किया जा सकता है.'
भारत चलेगा प्लान-बी पर
शेख हसीना का राजनयिक दर्जा उनके देश द्वारा रद्द करने से भारत परेशान नहीं है. भारतीय राजनयिक सूत्रों ने कहा कि तख्तापलट के बाद ऐसी कार्रवाइयां आम बात है. ऐसे में शेख हसीना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द होना बड़ी समस्या नहीं है. भारत के पास ऐसे हालात के लिए 'प्लान-बी' या 'प्लान-सी' हमेशा तैयार रहता है. शेख हसीना के मामले में भी भारत ने ऐसी ही कुछ योजनाएं पहले से तैयार कर रखी हैं.
(ढाका से सलीम रजा की रिपोर्ट)
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शेख हसीना से छिना डिप्लोमैटिक दर्जा, नई सरकार ने रद्द किए पूरी कैबिनेट के लाल पासपोर्ट