डीएनए हिंदी: दुनियाभर में कोविड-19 का सबसे नया वेरिएंट ओमिक्रॉन तेजी से फैल रहा है. वैश्विक स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं कि ओमिक्रॉन संक्रमण को फैलने नहीं दिया जाए जिससे कोरोना की तीसरी लहर न आ सके. ओमिक्रॉन के लगातार बढ़ रहे मामलों के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का नया बयान बहुत राहत देने वाला है. विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि दुनिया कोविड के नए वेरिएंट पर चिंता न करे.
ग्लोबल हेल्थ एजेंसी ने कहा है कि कोरोना का नया वेरिएंट इतना खतरनाक नहीं है जितना कि पहले के वेरिएंट रहे हैं. अभी तक ओमिक्रॉन वेरिएंट से किसी की भी मौत की खबर सामने नहीं आई है. यह सभी देशों के लिए एक बेहतर संकेत है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञ लगातार इस वायरस का अध्ययन कर रहे हैं लेकिन अभी तक इस वायरस से होने वाली मृत्यु दर या इनके लक्षणों के बारे में सटीक जानकारी नहीं मिल पाई है. विशेषज्ञों का दावा है कि नए वेरिएंट के लक्षण 'सुपर माइल्ड' हैं. वायरस से संक्रमित होने पर मिश्रित लक्षण दिख सकते हैं.
घबराएं नहीं, कोविड प्रोटोकॉल का करें पालन
जिस डॉक्टर ने ओमिक्रॉन से संक्रमित पहले 4 मरीजों की पहचान की थी उसके मुताबिक मरीजों में हल्के लक्षण थे और तेजी से उन्होंने संक्रमित होने के बाद रिकवर किया. सभी देशों को विश्व स्वास्थ्य संगठने ने सलाह दी है कि घबराएं नहीं और कोविड-19 के प्रोटोकॉल का पालन करें.
यात्रा पर प्रतिबंधन न लगाएं देश: WHO
विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि कोई भी देश यात्राओं पर प्रतिबंध न लगाए. ओमिक्रॉन पर सभी तरह के अफवाहों के फैलने से रोका जाए. देश सावधानी से काम करें और स्थिति के बारे में अफवाह न फैलाएं.
पुराने वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक नहीं है ओमिक्रॉन!
अब तक किए गए सभी अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि कोरोना का यह वेरिएंट, पुराने वेरिएंट से ज्यादा खतरनाक नहीं है. शोधार्थिोयों का दावा है कि ओमिक्रॉन वेरिएंट की प्रसार क्षमता डेल्टा वेरिएंट से ज्यादा है. डेल्टा वेरिएंट की वजह से ही कोरोना की दूसरी लहर आई थी. डॉक्टरों के मुताबिक ओमिक्रॉन वेरिएंट में 30 से ज्यादा म्युटेशन हैं जो डेल्टा वेरिएंट से दोगुणे हैं. हालांकि विशेषज्ञों को वायरस को पूरी तरह समझने में कुछ और वक्त लग सकता है.
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