डीएनए हिंदी: अफगानिस्तान में महिला अधिकार कार्यकर्ताएं काबुल की सड़कों पर तालिबान के खिलाफ प्रदर्शन कर रही हैं. तालिबान ने हाल ही में महिलाओं के बुर्का पहनने को जरूरी कर दिया है. तालिबानी फरमान के विरोध में महिलाओं ने मोर्चा खोल दिया है. नए बुर्का फरमान का विरोध करने के लिए सड़कों पर उतर गई हैं.
Taliban ने जारी किया था फरमान
इस फरमान के तहत महिलाओं को सार्वजनिक रूप से बुर्का पहनना अनिवार्य कर दिया गया है. तालिबान ने इससे पहले भी महिलाओं पर कई तरह की पाबंदी लगाई है. जिसमें अकेले यात्रा करना, को-एड एजुकेशन जैसी पाबंदियां शामिल हैं. तालिबान ने पुरुषों के लिए भी इस्लामिक कानून के तहत कपड़े पहनने का फरमान जारी किया है.
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तालिबान ने दी गोली मारने की धमकी
तालिबान के तुगलकी फरमान का विरोध कर रही महिलाओं को जान से मारने की धमकी दे रहा है. तालिबान की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 30 राउंड तक गोली चलाई जा सकती है. सामाजिक कार्यकर्ताओं को खुले आम तालिबान के धमकाने की आलोचना दुनिया भर में हो रही है. बता दें कि धमकी के बावजूद महिलाओं ने मंगलवार को राजधानी की सड़कों पर मार्च निकाला और न्याय की मांग की है.
अफगानिस्तान में ज्यादातर महिलाएं स्कार्फ पहनती हैं
प्रदर्शन कर रही एक महिला ने कहा, 'तालिबान हमारे साथ कठोर व्यवहार कर रहा है.' उन्होंने हमसे कहा कि अगर हम एक कदम आगे बढ़ते हैं, तो वे हम पर 30 राउंड फायर करेंगे. 7 मई को तालिबान ने आदेश जारी कर कहा कि महिलाओं को सार्वजनिक जगहों पर बुर्का पहनना होगा. अधिकांश अफगान महिलाएं सिर पर स्कार्फ बांधती हैं. हालांकि, काबुल जैसे शहरी क्षेत्रों में कई महिलाएं बुर्का नहीं पहनती हैं.
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Protest Against Burqa अफगानिस्तान में तालिबान के खिलाफ सड़कों पर उतरी महिलाएं