वैश्विक इतिहास में दुनिया ने लंबी लड़ाइयों का एक दौर देखा है. आधुनिक दुनिया में लड़ाइयां कुछ दिनों की होती हैं. रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच जारी जंग में नया इतिहास रचा जा रहा है. दोनों देशों के बीच बीते 51 दिनों से जंग जारी है लेकिन न यूक्रेन की हार हुई है न रूस की जीत. रूस दुनिया के सबसे ताकतवर देशों में शुमार हैं वहीं यूक्रेन एक छोटा सा देश है जिसके पास परमाणु हथियार भी नहीं हैं. न यूक्रेन के पास रूस की तरह बड़ी सेना है न ही अत्याधुनिक हथियार जिससे दुनिया का महाबली कांप उठे. तमाम असमानताओं के बाद भी यूक्रेन जंग लड़ रहा है और रूस को मुंहतोड़ जवाब दे रहा है. यूक्रेन की बड़ी आबादी पलायन कर चुकी है लेकिन यूक्रेनी सैनिक अपने जमीन की हिफाजत कर चुके हैं. आखिर 51 दिनों के युद्ध में अब तक क्या हुआ है, आइए समझते हैं.
Slide Photos
Image
Caption
ब्लैक सी (Black Sea) में तैनात रूसी लड़ाकू बेड़े में शामिल युद्धपोत मोस्कवा (Moskva) डूब गया है. बुधवार को यह जंगी जहाज बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था जो गुरुवार को डूब गया. यूक्रेनी सेना ने दावा किया है कि वॉर शिप पर यूक्रेनी सेना ने मिसाइल अटैक किया था जिसके बाद प्लेन बुरी तरह से डूब गया. रूस ने हमले से इनकार करते हुए कहा है कि जब युद्धपोत को पोर्ट पर ले जाया जा रहा था तभी तूफान आने की वजह यह वॉर शिप डूब गया.
Image
Caption
यूक्रेन के उत्तरी हिस्से से रूसी सेनाएं पीछे हटने लगी हैं. रूसी युद्धपोत का डूबना रूस के लिए बड़ा झटका है. वैश्विक तौर पर अलग-थलग पड़ चुका रूस का मनोबल टूट रहा है. व्लादिमीर पुतिन ने रूस पर हमला बोलने से पहले कहा था कि यूक्रेन के पास सिर्फ 5 दिनों का वक्त है लेकिन 50 दिन भी रूस अपना मिशन पूरा नहीं कर सका है. यूक्रेनी सेना ही रूस को नुकसान पहुंचा रही है. हालांकि खुद यूक्रेन हर दिन तबाह हो रहा है.
Image
Caption
यूक्रेन की राजधानी कीव में मिसाइल हमले हो रहे हैं. शहर में लगातार सायरन बज रहे हैं. धमाकों की अवाज से पूरा शहर गूंज रहा है. खारकीव और इवानो फ्रैंकिवस्क में भी धमाके की गूंज सुनाई पड़ी है. पहले से तबाह शहर और भी तबाह हो रहा है.
Image
Caption
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने गुरुवार रात देश के नाम दिए वीडियो संबोधन में रूसी युद्धपोत के डूबने की ओर इशारा किया. वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यूक्रेन के लोगों से कहा कि उन्हें इस युद्ध में 50 दिन तक जीवित रहने पर काफी गर्व होना चाहिए, जबकि रूस ने उन्हें सिर्फ पांच दिन दिए थे.
Image
Caption
रूसी रक्षा मंत्रालय ने इनकार कर दिया है कि मिसाइल हमले में उनका युद्धपोत डूबा है. रूस का दावा है कि जब तूफान को पोर्ट पर मूव किया जा रहा था तभी तूफान आ गया जिसमें शिप डूब गई. युद्धपोत पर आमतौर पर 500 नाविक तैनात होते हैं और इसके डूबने से पहले ही चालक दल के सभी सदस्यों को सुरक्षित उतार लिया गया था. वॉरशिप में आग भी लग गई थी. यह युद्धपोत लंबी दूरी की 16 मिसाइलें ले जाने की क्षमता रखता था. युद्धपोत का डूबना रूस के लिए बड़ा झटका है.
Image
Caption
बुचा में रूसी सैनिकों पर नरसंहार के आरोप लगे हैं. हर दिन युद्ध अपराध की घटनाएं सामने आ रही हैं. नागरिकों को टॉर्चर किया गया है. कुछ नागरिकों को गोली मारी गई है. रूसी सैनिकों पर यूक्रेनी महिलाओं से रेप के आरोप भी लगाए गए हैं. यूक्रेन के कई शहर पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं.
Image
Caption
यूक्रेन का दावा है कि यूक्रेनी सेना ने 19,800 रूसी सैनिकों को युद्ध में मार गिराया है. 7 सप्ताह से जारी जंग में स्थितियां हर दिन भयावह हो रही हैं. यूक्रेनी सेना भी रूसी सैनिकों पर मिसाइल अटैक कर रही है.
Image
Caption
यूक्रेनी सेना के साथ दुनिया खड़ी हो गई है. नाटो (NATO) देशों ने यूक्रेन को वित्तीय मदद के साथ-साथ बड़ी संख्या में हथियार भी दिए हैं. यूरोपीय यूनियन ने भी यूक्रेन को वित्तीय मदद दी है. फ्रांस और ब्रिटेन जैसे देशों ने भी यूक्रेन को हथियार दिए हैं. ऐसे में यूक्रेन के पास हथियार की किल्लत नहीं हो रही है. यूक्रेनी सेना, अपने देश की भौगोलिक स्थितियों से परिचित है ऐसे में रूसी सैनिकों के खिलाफ उनकी रणनीति असरदार साबित हो रही है. युद्ध के 50 दिन बाद भी रूस का जंग में जीत का ऐलान न करना यह साबित करता है कि यूक्रेनी सेना, रूस से जरा भी कमजोर नहीं है. न ही उसके हौसले कम पड़े हैं. (सभी तस्वीरें DefenceU के ट्विटर अकाउंट से ली गई हैं.)