संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के नेताओं ने रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) विवाद पर चिंता जाहिर की है. संयुक्त राष्ट्र ने अपील की है कि सभी पक्ष तनाव कम करने की दिशा में काम करें. संयुक्त राष्ट्र ने यह भी अपील की है कि किसी भी कीमत पर युद्ध को टाला जाए. बातचीत के जरिए ही समस्या का हल निकाला जाए. अगर युद्ध हुआ तो यूक्रेन की निर्दोष जनता इसका खामियाजा भुगतेगी.
Slide Photos
Image
Caption
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guterres) ने यूक्रेन को लेकर बुधवार को हुई संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में कहा कि संपर्क रेखा (Contact Line) के पार से सीजफायर उल्लंघन की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय हैं. जमीनी स्तर पर लगातार तनाव बढ़ रहा है. यूक्रेन में हुई हाल की गतिविधियां बड़ी चिंताजनक हैं.
Image
Caption
एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि मौजूदा हालात में एक बात साफ जाहिर है कि दोनेत्स्क (Donetsk) और लुहान्स्क (Luhansk) क्षेत्रों की तथाकथित स्वतंत्रता को मान्यता देने का रशियन फेडरेशन का फैसला गलत है. यह कदम यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता और संप्रभुता का उल्लंघन है. यह संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों के अनुरूप नहीं हैं.
Image
Caption
महासभा के 76वें सत्र के अध्यक्ष अब्दुल्ला शाहिद ने उन माध्यमों का इस्तेमाल करने की अपील की जो विवादों को सुलझाने के लिए हमारे पास हैं.
उन्होंने सभी पक्षों से बातचीत की शुरुआत करने और तनाव कम करने के लिए प्रयास करने की अपील की.
Image
Caption
एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि यह वक्त संयम, तर्क और तनाव कम करने का है. ऐसी कार्रवाइयों और बयानों के लिए कोई जगह नहीं होनी चाहिए जो इस खतरनाक स्थिति और खराब करें. यह वक्त किसी भी दशा में युद्ध की आशंका को टालने और यूक्रेन को बचाने का है.
Image
Caption
एंटोनियो गुटेरेस ने मंगलवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) के पूर्वी यूक्रेन में सैनिकों को भेजने के फैसले की कड़ी आलोचना की है. पुतिन ने इन सैनिकों को शांति रक्षक का नाम दिया है. गुटेरेस ने इन फैसले पर भी फटकार लगाई है. उन्होंने जनरल असेंबली में कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी शांति के संरक्षण की दिशा में सोचना चाहिए.
Image
Caption
एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र के पास शांति अभियान चालने का एक लंबा और मान्यता प्राप्त अनुभव है जो केवल मेजबान देश की सहमति से चलाया जाता है. उन्होंने सभी पक्षों से चार्टर के अनुच्छेद 33 का पालन करने की अपील की है. उन्होंने कहा है कि विवाद का शांतिपूर्ण समाधान ही निकाला जाए. उन्होंने आगाह किया किया है कि अगर यूक्रेन में युद्ध होता है तो मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
Image
Caption
रूस यूक्रेन के प्रति लगातार आक्रामक बना हुआ है. सोमवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक ऐसा निर्णय लिया जिस पर विवाद ठन गया. उन्होंने यूक्रेन के दो हिस्सों को स्वतंत्र देश के तौर पर मान्यता दे दी है. रूसी राष्ट्रपति ने दोनेत्स्क और लुहान्स्क को आजाद देश माना है. इस फैसले के बाद से ही दुनिया को शक है कि अब पुतिन यूक्रेन पर हमला करेंगे. व्लादिमीर पुतिन ने रूसी सैनिकों को आदेश दिया है कि रूस के समर्थक यूक्रेनी नागरिक जिन हिस्सों में हैं वहां तैनात हों. दुनिया को इस बात की चिंता है कि कहीं रूस यूक्रेन पर हमला न कर दे जिसमें बेगुनाह नागरिक मारे जाएं. रूस अगला कदम क्या उठाता है यह देखने वाली बात होगी.