पाकिस्तान में महंगाई इस वक्त आसमान छू रही है. हालत यह है कि पेट्रोल की कीमतें 200 रुपये पार चली गई हैं. लोगों के लिए रोजमर्रा की चीजें खरीदना भी दुश्वार हो गया है. सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं. गेहूं की कीमतों में कमी का भरोसा देते हुए शहबाज शरीफ ने कपड़े तक बेचने की बात कही थी. महंगाई तो कम नहीं हो रही है लेकिन मौजूदा सरकार पुरानी सरकार पर दनादन हमले कर रही है. इमरान खान इन हालात के लिए सरकार की गलत नीतियों को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
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पाकिस्तान में पेट्रोल डीजल की कीमतों में 30 रुपए की वृद्धि की गई है. नई कीमतों के साथ ही देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों ने दोहरा शतक लगा दिया है. पेट्रोल का दाम अब 209.86 रुपए हो गया है। वहीं डीजल की कीमत 204.15 रुपए प्रति लीटर पहुंच गई हैं. पाकिस्तान में एक हफ्ते में यह दूसरी बार कीमतों में बढ़ोतरी है. इससे पहले सरकार ने जल्द कीमतें कम होने का दावा किया था.
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पाकिस्तान सरकार की ओर से घी और खाना पकाने के तेल की कीमतों में अभूतपूर्व वृद्धि इसी हफ्त की गई है. तेल और घी की कीमतों में 208 रुपए और 213 रुपए की बढ़ोतरी करके जनता को त्रस्त कर दिया है. इसके साथ ही अब पाकिस्तान में घी 555 रुपए प्रति किलोग्राम और तेल के दाम 605 रुपए प्रति लीटर हो गया है.
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पाकिस्तान में गेहूं की कीमतें भी आसमान छू रही हैं. इस बीच इस साल गेहूं का उत्पादन भी 2 लाख टन कम होने की आशंका है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 70 रुपये प्रति किलो गेहूं बेचने का वादा किया है. हालांकि, कुछ शहरों में यह 200 रुपये किलो तक बिक रहा है.
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पाकिस्तान में पेट्रोल की कीमतों का असर रोजमर्रा की चीजों पर भी नजर आ रहा है. देश भर में सब्जियों के दाम उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं. हरी सब्जियों की कीमत 200 रुपये से ऊपर है. गोश्त खरीदना भी लोगों के लिए बजट से बाहर का है. कुछ इलाको में गोश्त की कीमत 1500 रुपये से ऊपर पहुंच गई है.
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पाकिस्तान पर फरवरी 2022 तक कर्ज चढ़कर 4300000 (43 लाख करोड़ पाकिस्तानी रुपये) हो चुका है. जिसमें से अकेले 18 लाख करोड़ रुपए का उधार वाला कर्ज साढ़े तीन साल में इमरान खान ने पाकिस्तान के पीएम रहने के दौरान लिया गया है. पाकिस्तान के पूर्व वित्त मंत्री मिफ्ता इस्माइल का दावा है कि पाकिस्तान पर 45 हजार अरब रुपये का कर्ज है. पाकिस्तान पर विदेशी कर्ज का उच्चतम स्तर है और दूसरे देशों से भी इस्लामाबाद को खास सहायता नहीं मिल रही है.
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पाकिस्तान में आर्थिक सेहत बद से बदतर की ओर जा रही है. कर्ज में तो पाकिस्तान डूबा हुआ है ही, इसके अलावा खस्ता हालत की वजह से अब कोई दूसरा मुल्क उसकी मदद नहीं कर रहा है. चीन ने पाकिस्तान के ग्वादर पोर्ट प्रोजेक्ट में भारी निवेश किया है. साथ ही, अरबों डॉलर का कर्ज दिया है. चीन के कर्ज के मकड़जाल में फंसकर पाकिस्तान अब दिवालिया होने की कगार पर है.