डीएनए हिंदी: रूस और यूक्रेन के बीच लगभग सात महीने से युद्ध चल रहा है. अब यूक्रेनी सेना (Ukraine Army) पलटवार कर रही है. इसी बीच यूक्रेन ने खारकीव के इजियम शहर (Izyum City) को वापस हासिल कर लिया है. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूसी कब्जे से हाल ही में मुक्त कराए गए शहर इजियम का दौरा किया. सेना के जवानों के बीच पहुंचे इजियम वापस लेने के लिए उनके प्रयासों की तारीफ की. इजियम वही शहर है जहां रूस के हमले की वजह से 1,000 से ज्यादा आम नागरिक मारे गए थे. अब यह शहर पूरी तरह से तबाह हो चुका है.
इजियम शहर में बना सिटी हॉल भले ही जलकर तबाह हो चुका है लेकिन यूक्रेन का झंडा अब वहां उसके सामने शान से लहरा रहा है. रूसी सैनिकों ने पिछले हफ्ते युद्धग्रस्त शहर को छोड़ दिया था क्योंकि यूक्रेन ने एक व्यापक जवाबी कार्रवाई की थी. कुछ दिन पहले ही यूक्रेन के सैनिकों ने देश के उत्तरपूर्वी खारकीव क्षेत्र के विशाल इलाकों को फिर से कब्जे में ले लिया था.
यह भी पढ़ें- Muscat में एयर इंडिया के प्लेन के इंजन में लगी आग, होते-होते बचा बड़ा हादसा, सभी यात्री सुरक्षित
तबाह हो चुका है इजियम शहर
दोनों देशों के बीच हुए भीषण युद्ध की वजह से इस शहर में अपार्टमेंट की इमारतें आग की लपटों से निकले धुओं से काली हो चुकी हैं. तोप के हमलों की वजह से तमाम इमारते बुरी तरह से हिल चुकी हैं. ज़ेलेंस्की ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'यह दृश्य बहुत चौंकाने वाला है लेकिन यह मेरे लिए चौंकाने वाला नहीं है क्योंकि हमने बुचा से वही तस्वीरें देखनी शुरू की थी.'
यह भी पढ़ें- क्या SCO समिट के दौरान पाकिस्तान के पीएम से मिलेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी?
युद्ध के बाद यूक्रेन के इस पुराने शहर में अब सिर्फ़ 10,000 लोग ही बचे हैं. युद्ध की भयावहता ऐसी थी कि लाखों लोग शहर को छोड़कर चले गए. इन्हीं हमलों में शहर के 1,000 से ज़्यादा आम नागरिकों की जान भी चली गई थी. लंबे समय से युद्ध लड़ रहे यूक्रेन और रूस अभी भी झुकने को तैयार नहीं हैं. यूक्रेन का दावा है कि वह अपने कई शहरों और गांवों को खाली करा चुका है और यूक्रेन सेना पीछे हट रही है.
देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगल, फ़ेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर.
- Log in to post comments
Russia से वापस लिए इजियम के दौरे पर पहुंचे वोलोदिमीर जेलेंस्की, यहीं मारे गए थे 1,000 से ज़्यादा नागरिक