डीएनए हिंदी: तुर्की और सीरिया में आए भूकंप का भयावह चेहरा हर दिन सामने आ रहा है. इस भूकंप के चलते मलबे में बदल गए शहरों में अभी तक 12 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. संकट की इस घड़ी में भारत की सेना और एनडीआरएफ के जवान तुर्की पहुंच गए हैं. 'ऑपरेशन दोस्त' के जरिए भारत राहत और बचाव अभियान चला रहा है. इसके अलावा भूकंप प्रभावित इलाकों में लोगों के खाने-पीने और दवाओं का इंतजाम भी भारत अपनी ओर से कर रहा है. यही वजह है कि तुर्की की सरकार भी भारत को अपना सच्चा दोस्त बता रही है.
भूकंप से मरने वालों की संख्या 15,000 से ज्यादा हो गई है. तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के बाद राहत और बचाव दल जीवित लोगों की तलाश में लगे हैं. दुनिया के 24 से ज्यादा देशों के बचाव दल राहत अभियान में मदद कर रहे हैं. तुर्की सरकार से आपदा क्षेत्र में और मदद भेजने के आह्वान के बीच, राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने कहारनमारस में एक प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया. उन्होंने कहा, 'हम अपने किसी भी नागरिक को सड़क पर नहीं छोड़ेंगे.'
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#OperationDost | Search and rescue operation underway by NDRF teams in Turkey's Nurdagi.
— ANI (@ANI) February 9, 2023
3 NDRF teams along with specially trained dog squads, medical supplies & other necessary equipment are sent to Turkey from India to provide assistance to people affected by the earthquakes. pic.twitter.com/Uifa0IItUK
जारी है 'ऑपरेशन दोस्त'
तुर्की में भूकंप से हुए भारी नुकसान के बाद भारत सरकार ने मदद के हाथ बढ़ाए हैं. इसी कड़ी में दो स्पेशल विमान सी-17 ग्लोबमास्टर से एनडीआरएफ के 101 जवान तुर्की पहुंच गए हैं और रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया है. इसे ऑपरेशन दोस्त नाम दिया गया है. वहीं एक और एनडीआरएफ की टीम दिल्ली से तुर्की के लिए रवाना की जाएगी. एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने बताया कि भूकंप से भारी तबाही हुई है और सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया जा रहा है.
डीजी एनडीआरएफ ने बताया कि दोनों टीम के साथ कुल 7 वाहन, 101 बचावकर्मी गए हैं. जिसमें 5 महिला बचावकर्मी भी शामिल हैं. टीमों के साथ 4 खोजी कुत्ते भी भेजे गए हैं. ये टीमें हर परिस्थिति के हिसाब से तैयार कर भेजी गई हैं. उन्होंने बताया कि एक तीसरी टीम की आवश्यकता हमें भेजी गई थी. इसे वाराणसी से एयरलिफ्ट कर दिल्ली लाया गया है. अगले कुछ घंटों में 51 बचावकर्मियों, एक कुत्ते और 4 वाहनों के साथ ये टीम तुर्की के लिए रवाना होगी.
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हर इलाके में हुआ नुकसान
तुर्की की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बुधवार को कहा कि भूकंप में मारे गए उन लोगों को जिनकी पहचान नहीं हो सकी, उन्हें पांच दिनों के भीतर दफना दिया जाएगा. एजेंसी ने कहा कि देश में मरने वालों की संख्या 8,500 को पार कर गई है. सीरियाई स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि सरकार के कब्जे वाले इलाकों में मरने वालों की संख्या 1,200 से अधिक हो गई है, जबकि विद्रोहियों के कब्जे वाले उत्तर पश्चिम में कम से कम 1,400 लोग मारे गए हैं. सोमवार को आए भूकंप के बाद से मृतकों की कुल संख्या 12 हजार से ज्यादा हो गई है.
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तुर्की-सीरिया भूकंप: मरने वालों की संख्या 15 हजार के पार, जारी है भारत का 'ऑपरेशन दोस्त'