डीएनए हिंदी: सिंगापुर एयरलाइंस लिमिटेड ने कहा है कि गर्भवती केबिन क्रू भी नौकरी जारी रख सकती हैं. इसी के साथ एयरलाइन ने अपना अपनी पुरानी नीति में बदलाव किया है जिसके अनुसार गर्भवती होने पर एयरलाइन छोड़नी पड़ती थी. सोमवार को एक बयान में सिंगापुर एयरलाइन ने कहा कि केबिन क्रू में काम करने वाली गर्भवती कर्मचारी अपनी सुविधा के अनुसार काम करने या ना करने को लेकर फैसला ले सकती हैं. यही नहीं वे मैटरनिटी लीव के बाद अपने काम पर दोबारा भी लौट सकती हैं.
इससे पहले फ्लाइट अटेंडेंट के तौर पर काम करने वाली महिलाओं को गर्भवती होने की स्थिति में काम छोड़ना पड़ता था या लीव विदआउट पे पर भेज दिया जाता था. दोबारा काम पर आने के लिए उन्हें दोबारा से अप्लाई करना होता था और इस बात की भी कोई गारंटी नहीं होती कि उन्हें अपनी नौकरी वापस मिलेगी या नहीं.
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एक दशक तक हुई आलोचना के बाद सिंगापुर एयरलाइन ने ये नई नीति बनाई है. अपने हालिया बयान में सिंगापुर एयरलाइन ने कहा है कि पहले की पॉलिसी के अनुसार गर्भवती होने पर केबिन क्रू फीमेल स्टाफ को काम छोड़ना पड़ता था. अब उन्हें ऐसा नहीं करना होगा, हालांकि अब भी उन्हें लीव विदआउट पे का पालन करना होगा. इसके बाद वह इसी आधार पर अपनी पोजिशन के लिए दोबारा अप्लाई कर सकती हैं और एयरलाइन उन्हें उनकी सैलरी के अनुसार जॉब ऑफर करने की पूरी कोशिश करेगी.
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Straits Times में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार इस पर एसोसिएशन ऑफ वुमन फॉर एक्शन एंड रिसर्च एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर कोरिना लिम ने कहा है कि अब भी सिंगापुर एय़रलाइन के नए नियमों में कई कमिया हैं.
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महिला फ्लाइट अटेंडेंट्स को राहत, अब गर्भवती होने पर नौकरी से नहीं निकालेगी ये एयरलाइन