डीएनए हिंदी: चीन में एक बार फिर कोरोना वायरस (Corona Virus) महामारी का खौफ सिर चढ़ने लगा है. अगले सप्ताह शुरू होने वाले मिड-ऑटम फेस्टिवल (mid-autumn festival) के लिए चीन ने अपने 6.5 करोड़ नागरिकों को लॉकडाउन कर दिया है. चीन को डर है कि देश के दूसरे सबसे बड़े फेस्टिवल के दौरान आवाजाही से महामारी की नई लहर आ सकती है. इसी कारण नागरिकों के ऊपर बेहद कठोर कोविड-19 (Covid-19) प्रतिबंध लगा दिए गए हैं.
मिड-ऑटम फेस्टिवल 10 से 12 सितंबर तक चलेगा. इसे लूनर न्यू ईयर ( Lunar New Year) के बाद चीन का दूसरा सबसे अहम हॉलीडे माना जाता है. इस दौरान देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले लोग बड़ी संख्या में अपने घर लौटने के लिए ट्रैवल करते हैं, जिससे चीन को कोरोना की नई लहर फैलने का डर सता रहा है.
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सबसे ज्यादा लोग चेंग्दू शहर में किए नजरबंद
सरकारी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दक्षिण पश्चिम चीन के चेंग्दू (Chengdu) शहर में सबसे ज्यादा 2.1 करोड़ लोगों पर लॉकडाउन लगाया गया है. इन सभी लोगों को आवासीय कॉलोनियों में उनके अपार्टमेंट में ही नजरबंद कर दिया गया है. शहर में स्कूलों को भी नया टर्म देरी से शुरू करने का निर्देश दिया गया है.
पूर्वी तटीय शहर तियानजिन (Tianjin) में भी स्कूलों में कक्षाओं को ऑनलाइन कर दिया गया है. यहां 14 नए कोरोना केस मिले हैं, जिनमें से 2 में कोई भी लक्षण नहीं था. पूरे देश में कुल 33 शहरों में नागरिकों को उनके घरों या आवासीय कंपाउंड में ही रहने के लिए कहा गया है.
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संक्रमण दर बेहद कम, फिर भी हाई लेवल अलर्ट
चीन में सोमवार को नेशनल हेल्थ कमीशन (National Health Commission) ने करीब 1,552 नए कोरोना मामले मिलने की पुष्टि की है, जो करीब 1.4 अरब लोगों की आबादी को देखते हुए बहुत छोटा आंकड़ा है. लेकिन संक्रमण की बेहद कम दर के बावजूद सरकार 'जीरो कोविड' नीति केतह किसी भी तरह की ढील देने के लिए तैयार नहीं है. इसी कारण लॉकडाउन लगाना, क्वारंटीन करना और कंफर्म केस मिलने पर उनके करीबियों को नजरबंद करने की प्रक्रिया लगातार जारी है.
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अर्थव्यस्था को नुकसान के बावजूद नहीं दी जा रही ढील
चीन में ही पहली बार 2019 के आखिरी महीने में मध्य शहर वुहान (Wuhan) में कोरोना का सबसे पहला मामला मिला था. इसके बाद चीन ने महामारी को रोकने के लिए बेहद सख्त कदम उठाए थे. बड़े पैमाने पर लॉकडाउन लगाए गए थे. कोरोना पॉजिटिव पाए जाने पर लॉकडाउन किए जाने या क्वारंटीन फैसेलिटीज में भेज दिए जाने के डर ने चीन में लोगों के कामकाज, सामाजिक और यात्रा से जुड़ी आदतें बड़े पैमाने पर बदल दी हैं. इसका बहुत बड़ा नुकसान देश की अर्थव्यवस्था को हुआ है. साथ ही ट्रैवल सेक्टर और सामाजिक तानाबाना भी इससे प्रभावित हुआ है. इसके बावजूद सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ने स्पष्ट कहा है कि वह वायरस का फैलाव रोकने के लिए हर जरूरी कदम उठाएगी.
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चीन ने 6.5 करोड़ लोग कर दिए घरों में बंद, नेशनल हॉलीडे वीक में है कोरोना की नई लहर का डर