डीएनए हिंदी: चीन भारत (India China News) के लिए क्या मंसूबे रखता है यह पूरी दुनिया को पता है. साल 2020 गलवान घाटी में भारतीय सेना की हाथों पिटाई खाने के बाद भी 'ड्रैगन' सुधरने का नाम नहीं ले रहा है. अब 'ड्रैगन' LAC पर एक और हाईवे बनाने की प्लानिंग कर रहा है. चीन द्वारा यह हाईवे उसके नेशनल प्रोग्राम का हिस्सा है. यह हाईवे तिब्बत की Lhunze county से शुरू होकर शिंजियांग क्षेत्र में काशगर स्थित माझा तक जाएगा.ल्हुंज काउंटी भारत के अरुणाचल प्रदेश का हिस्सा है, जिसपर चीन का कब्जा है. चीन ने इस प्रस्तावित हाईवे को G695 हाईवे का नाम दिया है, जो कोना काउंटी से होकर गुजरेगा. यह इलाका भारत के सिक्किम और नेपाल की सीमा से लगता है.

चीन के इस हाईवे के बारे में अभी ज्यादा डिटेल सामने नहीं आई है लेकिन एकबार जब यह हाईवे बन जाएगा तो LAC पर देपसांग प्लेन, गलवान वैली और हॉट स्प्रिंग्स जैसे भारतीय इलाकों के पास से गुजरेगा. हालांकि हांगकांग की मीडिया में आई इन रिपोर्ट्स पर सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. भारत के विदेश मंत्रालय द्वारा हाल ही में कहा गया था कि चीन की सीमा पर और वहां ड्रैगन द्वारा की जा रही हरकतों पर उसकी नजर है.

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ड्रैगन द्वारा LAC इस नए हाईवे के निर्माण की खबरें, ऐसे समय में आई हैं जब भारत और चीन की सेनाएं पूर्वी लद्दाख में जारी अपने विवादों को सुलझाने के लिए प्रयास कर रहे हैं. दोनों देश अबतक इस मसले पर 16 राउंड की बातचीत कर चुके हैं. दोनों देशों के शीर्ष सैन्य कमांडरों के बीच रविवार को 16वें राउंड की बातचीत में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने देपसांग बुलगे और डेमचोक में लंबित मुद्दों के समाधान की मांग की. आपको बता दें कि भारत लगातार इस बात पर कायम रहा है कि एलएसी पर शांति और शांति द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास के लिए महत्वपूर्ण है.

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जून 2020 से लद्दाख में LAC पर तनाव!
पैंगोंग झील क्षेत्रों में हिंसक झड़प के बाद 5 मई 2020 को पूर्वी लद्दाख सीमा गतिरोध शुरू हो गया. इसके बाद दोनों पक्षों ने धीरे-धीरे हजारों सैनिकों के साथ-साथ भारी हथियारों को लेकर अपनी तैनाती बढ़ा दी. जून 2020 में गलवान घाटी में दोनों देशों की सेनाओं में हिंसक झड़प हुई. इस झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हुए जबकि चीन के करीब 40 सैनिक मारे गए. इसके बाद सैन्य और कूटनीतिक वार्ता की एक श्रृंखला के परिणामस्वरूप दोनों पक्षों ने पिछले साल पैंगोंग झील के उत्तर और दक्षिण तट पर और गोगरा क्षेत्र से पीछे हटने की प्रक्रिया पूरी की.

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आपको बता दें कि भारत की बढ़ती ताकत से घबराकर चीन लगातार गंदी साजिशें रच रहा है. इन साजिशों के तहत सीमा पर न सिर्फ नए गांव बसा रहा है बल्कि उनमें तिब्बती इलाकों में चीनी मूल के लोगों को बसा भी रहा है. इतना ही नहीं, पिछले साल चीन ने तिब्बत की राजधानी ल्हासा को अरुणाचल प्रदेश के निकट तिब्बती सीमावर्ती शहर निंगची से जोड़ने वाली एक हाई स्पीड बुलेट ट्रेन (High Speed Bullet Train) शुरू की थी. मंगलवार को सामने आई नई सैटेलाइट तस्वीरों में यह पता चला कि ड्रैगन भूटान की तरफ डोकलाम के पास में एक गांव का निर्माण कर रहा है. यह क्षेत्र भारत के लिए बेहद  महत्वपूर्ण माना जाता है.

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LAC India China Border Dragon constructing new road from Arunachal to Ladakh
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ड्रैगन LAC पर फिर कर रहा 'गंदा काम'! अरुणाचल से लेकर लद्दाख तक रच रहा गहरी साजिश
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