Hezbollah- Israel Conflict : आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह ने कहा है कि उसने अब तक के अपने सबसे बड़े हमलों में से एक में इजरायल में 200 रॉकेट दागे हैं. ईरान समर्थित संगठन ने दावा किया है कि उसने 'ड्रोन के एक स्क्वाड्रन' का उपयोग करके 10 इजरायली सैन्य स्थलों पर अटैक किया है. ज्ञात हो कि हाल के हफ्तों में इजरायल और लेबनान के बीच सीमा पर तनाव काफी बढ़ा है.
इजरायली सेना ने कहा कि 'कई प्रोजेक्टाइल्स और संदिग्ध हवाई लक्ष्य' उसके क्षेत्र में घुस आए थे, जिनमें से कई को उसने रोक दिया. हिजबुल्लाह के दावों पर पलटवार करते हुए इजरायल की एम्बुलेंस सेवा ने भी कहा कि उसके पास किसी के भी ताहत होने की सूचना नहीं है.
बताते चलें कि हिजबुल्लाह ने इजरायल पर ये हमले इसलिए भी किये क्योंकि अभी कुछ दिन पहले ही इजरायल ने हिजबुल्लाह के एक वरिष्ठ कमांडर को मारे गिराया था. कहा जा रहा है कि ये हमला उसी घटना के प्रतिशोध में किया गया है.
इजरायल की सेना ने स्वीकार किया कि उसने एक दिन पहले दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के तीन क्षेत्रीय डिवीजनों में से एक का नेतृत्व करने वाले मोहम्मद नामेह नासिर को मार गिराया था. नासिर, दक्षिणी लेबनान के तटीय शहर टायर के पास हवाई हमले में मारे गए थे. ज्ञात हो कि नासिर इजरायल हिजबुल्लाह संघर्ष में मारे जाने वाले हिजबुल्लाह के सबसे वरिष्ठ कमांडरों में से एक थे.
इजरायल द्वारा नासिर मौत की पुष्टि के कुछ ही घंटों बाद, हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजरायल और कब्जे वाले सीरियाई गोलान हाइट्स में भारी वारहेड के साथ कई कत्युशा और फलाक रॉकेट दागे. इस पूरे संघर्ष का एक दिलचस्प पक्ष ये भी है कि अमेरिका और फ्रांस जैसे देश लगातार इसी प्रयास में हैं कि विवाद और न बढ़े. दोनों ही देशों को ये डर बना हुआ है कि अगर ये झड़पें तेज होती हैं तो ये एक व्यापक युद्ध में परिवर्तित हो जाएंगी.
ध्यान रहे कि गाजा में युद्ध शुरू होने के कुछ ही समय बाद इजरायल और लेबनान के बीच तनाव शुरू हो गया था. हमलों को लेकर हिजबुल्लाह का यही कहना था कि वह हमास के साथ एकजुटता दिखाने के लिए इजरायल पर हमला कर रहा है.
गौरतलब है कि लड़ाई ने सीमा के दोनों ओर हजारों लोगों को विस्थापित कर दिया है. उत्तरी इज़राइल में 16 सैनिक और 11 नागरिक मारे गए हैं. वहीं लेबनान में 450 से ज़्यादा लोग मारे गए हैं - जिनमें ज़्यादातर लड़ाके हैं, लेकिन दर्जनों नागरिक भी हैं.
वर्तमान में हिजबुल्लाह की तरफ से ये कार्रवाई एक ऐसे समय में हुई है जब इजरायल की कैबिनेट गाजा में चरणबद्ध युद्धविराम के लिए अमेरिका समर्थित प्रस्ताव पर हमास की नवीनतम प्रतिक्रिया पर चर्चा करने के लिए फिर से बैठक करने वाली है. अमेरिका ने इस योजना के पीछे दुनिया भर का समर्थन जुटाया है, जिसके तहत स्थायी युद्धविराम और गाजा से इजरायली सेना की वापसी के बदले में आतंकवादी समूह द्वारा बंधक बनाए गए सभी लोगों को रिहा किया जाएगा.
लेकिन अब जबकि हिजबुल्लाह ने फिर से हमले शुरू कर दिए हैं माना यही जा रहा है कि दोनों पक्षों में से किसी ने भी इसे पूरी तरह से स्वीकार नहीं किया है.
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Israel पर Hezbollah का 200 रॉकेट दागने का दावा, क्या है इस अटैक के पीछे की वजह?