डीएनए हिंदी: भारतीय तेल कंपनियां रूस से तेल (Russian oil) आज भी डॉलर में खरीद रही हैं. दुबई के मशरेक बैंक (Mashreq Bank) ने 2 ऑयल रिफाइनरी कंपनियों के अनुरोध के बाद भी अमीरात दिरहम में पेमेंट लेने से इनकार कर दिया.
यूक्रेन पर भीषण हमले के बाद रूस पर अमेरिका (USA) और यूरोपियन यूनियन (EU) ने कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए हैं. रूसी रूबल (Russian Ruble) के मूल्य में लगातार गिरावट आ रही है. ऐसे में रूस ने अपने तेल खरीदारों से अनुरोध किया था डॉलर और यूरो के अलावा किसी दूसरी करेंसी में तेल खरीदें.
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रशियन ऑयल स्पाइंग कंपनियों ने भारत की 2 रिफाइनरी कंपनियों से कहा था कि वे पेमेंट दिरहम में करें. रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक तेल सौदेबाजी की रसीद साफ बयां कर रही है कि रूस के अनुरोध के बाद भी पेमेंट डॉलर में हुई थी.
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इस बैंक ने दिरहम में ट्रेड करने से कर दिया इनकार
पेमेंट डीटेल्स के मुताबिक मशरेक बैंक के जरिए गज़प्रॉमबैंक को रिफाइनरी कंपनियों ने पेमेंट की है. मशरेक की एक ब्रांच न्यूयॉर्क में भी है. दिरहम में भुगतान इसलिए नहीं हुई क्योंकि मशरेक बैंक ने व्यापार करने से इनकार कर दिया था. मशरेक और गज़प्रॉमबैंक की ओर से कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है.
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'तेल खरीदने के लिए नहीं चली दिरहम, भारतीय रिफाइनरियों को डॉलर में करना पड़ा पेमेंट'