डीएनए हिंदी: अलकायदा का सरगना अयमान अल जवाहिरी आखिरकार मारा जा चुका है. 31 जुलाई को अमेरिका ने काबुल में ड्रोन अटैक के जरिए अयमान अल जवाहिरी को ढेर कर दिया. साल 2000 में अफगानिस्तान पर अमेरिका के अटैक के बाद अल जवाहिरी ओसामा बिन लादेन के साथ देश छोड़कर भाग गया था. ओसामा बिन लादेन को तो अमेरिका ने मई 2011 में पाकिस्तान के जलालाबाद में मार गिराया था लेकिन अल जवाहिरी का कोई ठौर ठिकाना पता नहीं चल रहा था. 31 जुलाई को अमेरिका ने बेहद खुफिया जानकारी पर अल जवाहिरी को मार गिराया. बताया जा रहा है कि अल जवाहिरी की एक मामुली सी गलती उसके लिए बहुत भारी साबित हुई. अल जवाहिरी को बार-बार बालकनी में खड़े होने का शौक था, बस इसी वजह से अमेरिकी की खुफिया एजेंसियां उसके बारे में पता लगाने में सफल रहीं.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अल जवाहिरी (Ayman Al Zawahiri) को बालकनी के बाहर खड़े होने के शौक था. उसके इसी शौक की वजह से CIA उसे ट्रेस करने में सफल रही. कई अन्य खुफिया एजेंसियों के साथ CIA की टीम ने काबुल शहर के शेरपुर इलाके में उसकी मौजूदगी की पुष्टि की. इसके बाद अमेरिका ने बेहद खुफिया तरीके से काबुल में ड्रोन अटैक कर अल ज़वाहिरी को ढेर कर दिया. काबुल के शेरपुर में अमेरिकी ड्रोन अटैक के बाद तालिबान ने अल जवाहिरी की उपस्थिति को छिपाने की कोशिश की. इतना ही नहीं तालिबान ने शेरपुर से अल जवाहिरी के परिवार के सदस्यों को दूसरी जगहों पर शिफ्ट कर दिया है.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को सूत्रों ने बताया कि जवाहिरी वर्षों से छिपा हुआ था. उसका पता लगाने और उसे मारने का ऑपरेशन आतंकवाद विरोधी और खुफिया समुदाय द्वारा "सावधानीपूर्वक धैर्य के साथ लगातार" काम करने का परिणाम है. आज अमेरिका द्वारा अल जवाहिरी को मारने की घोषणा से पहले तक यह माना जाता था कि वो पाकिस्तान के कबायली इलाके या अफगानिस्तान के अंदर छिपा हुआ है. सूत्रों ने बताया कि काफी सालों से अमेरिकी सरकार को उस नेटर्क की भनक थी जो अल जवाहिरी को सपोर्ट कर रहा था. अफगानिस्तान से वापसी के बाद अमेरिका लगातार अल कायदा पर नजर रखे हुए था.
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सूत्रों ने रॉयटर्स को बताया कि इस साल अधिकारियों ने अल जवाहिरी के परिवार के बारे में पता लगाया. खुफिया एजेंट्स ने पहले जवाहिरी की पत्नी, उसकी बेटी और उसके बच्चे के बारे में पता लगाया औऱ फिर उसी लोकेशन पर जवाहिरी के होने की पुष्टि भी की. कई महीनों के बाद जब अमेरिका के ख़ुफ़िया अधिकारियों को यह पूरी तरह से विश्वास हो गया कि उन्होंने काबुल के में ज़वाहिरी के ठिकाने की सही पहचान कर ली है तो उन्होंने अप्रैल की शुरुआत में सीनियर अधिकारियों और फिर राष्ट्रपति को इसकी सूचना दी. खुफिया विभाग के सूत्रों ने बताया कि अल जवाहिरी को कई बार काबुल के इस घर की बॉलकनी पर देखा गया.
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Ayman al-Zawahiri killed: इस छोटी सी गलती की वजह से मारा गया अल जवाहिरी!